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अमृतसर हादसा : 'यह मेरे पापा की तस्वीर है कोई ढूंढ कर ला दो', पीड़ितों का दर्द सुन कराह उठेंगे आप

अमृतसर में शुक्रवार की शाम हुए ट्रेन की चपेट में आने से हुई 59 लोगों मौत और कई लोगों के जख्मी होने के बाद पीड़ित परिवारों का दर्द हृदय विदारक बन गया है.

Updated on: 20 Oct 2018, 11:30 PM

नई दिल्ली:

अमृतसर में शुक्रवार की शाम हुए ट्रेन की चपेट में आने से हुई 59 लोगों मौत और कई लोगों के जख्मी होने के बाद पीड़ित परिवारों का दर्द हृदय विदारक बन गया है. कई परिवार के एकलौते कमानेवाले नहीं रहने से परिवार के लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट है. वहीं कई बच्चों को अपने माता-पिता की तलाश है.मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह शनिवार दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद हादसे में घायल हुए लोगों का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे. उन्होंने बताया कि अस्पताल में वह दो छोटी-छोटी बच्चियों से मिले जो हादसे में अपने पूरे परिवार को खो चुके हैं.

दुर्घटनास्थल पर बिलख-बिलख कर रोती एक युवती ने कहा, 'यह मेरे पिता की तस्वीर है. मैं बीती रात से ही उनको ढूंढ रही हूं. अंतिम बार वह यहीं (जोडा फाटक के समीप रेल पटरी पर) दिखे थे। मैंने हर तरह ढूंढ रही हूं। कृपया उनको खोजने में मेरी मदद कीजिए.'

लापता बेटे ढूंढ रहे पिता ने कहा, 'मैंने अस्पताल, रेलवे ट्रैक समेत हर जगह देख लिया है, लेकिन मेरे बेटे का कोई पता नहीं चला है। कोई मेरी मदद नहीं कर रहा है.'

हादसे के शिकार हुए लोगों में स्थानीय निवासी के अलावा शहर में निवास करने वाले बिहारी जैसे दूरस्थ क्षेत्र से आए प्रवासी भी शामिल हैं. परिवार के इकलौते कमानेवाले सुरेश कुमार और परमिंदर पाल सिंह के परिवार के लोगों को नहीं मालूम कि अब उनके लिए रोटी का जुगाड़ कहां से होगा.

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हादसे के चश्मदीद रमण ने कहा, 'मजह 10 सेकंड में यह सब हो गया। लोगों को पटाखे की आवाज में आ रही ट्रेन के सामने संभलने का मौका ही नहीं मिला.'

रमण ने कहा, 'ट्रेन के निकलने के बाद भयानक नजारा था. चारों तरफ लाशें बिखरी पड़ी थीं. अनेक लोग दर्द से कराह रहे थे. वहां जो लोग थे उन्होंने घायलों की मदद की. काफी समय तक प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली'

एक और चश्मदीद बलजीत कौर ने बताया, 'लोग व्यग्र होकर अपनों को की तलाश करने लगे. हर तरफ गंभीर जख्म भरे शरीर पड़े हुए थे.'

रावण दहन देखने के लिए रेलवे ट्रैक पर भारी भीड़ उमड़ी थी. कार्यक्रम के संचालक का ताल्लुक सत्ताधारी कांग्रेस से है जिन्होंने यहां रेलवे पटरी के सामने विशाल एलसीडी परदा लगाया था, ताकि लोग दशहरा का कार्यक्रम देख सके.

कार्यक्रम की वीडियो क्लिप में कार्यक्रम के आयोजकों के साथ मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू (पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी)भी हैं.

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