World AIDS Day: दुनिया भर में करीब 38.4 मिलियन लोग HIV से ग्रसित- WHO
विश्व एड्स दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एड्स महामारी को खत्म करने को लेकर बयान दिया है. डब्ल्यूएचओ 2030 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में एड्स महामारी को खत्म करने के लिए एचआईवी रोकथाम, टेस्टिंग, इलाज और देखभाल के लिए इक्विटेबल पहुंच की तत्काल जरूरतों को उजागर करने के लिए दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र और दुनिया भर में सदस्य राज्यों और भागीदारों में शामिल हो गया है.
नई दिल्ली:
विश्व एड्स दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एड्स महामारी को खत्म करने को लेकर बयान दिया है. डब्ल्यूएचओ 2030 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में एड्स महामारी को खत्म करने के लिए एचआईवी रोकथाम, टेस्टिंग, इलाज और देखभाल के लिए इक्विटेबल पहुंच की तत्काल जरूरतों को उजागर करने के लिए दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र और दुनिया भर में सदस्य राज्यों और भागीदारों में शामिल हो गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में करीब 38.4 मिलियन लोग एचआईवी के साथ जी रहे हैं. वहीं साल 2021 में अनुमानित 1.5 मिलियन लोगों को एचआईवी हुआ और लगभग 6 लाख 50 हजार लोगों की एड्स से संबंधित कारणों से मौत हुई है. विश्व एड्स दिवस के अवसर पर डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र पर दिए बयान में कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में अनुमानित 3.8 मिलियन लोग एचआईवी के साथ जी रहे हैं, जोकि वैश्विक स्तर पर लगभग 10 प्रतिशत है. वहीं साल 2021 में इस क्षेत्र में अनुमानित 82 हजार लोगों की मौत एड्स से संबंधित कारणों से हुई है जोकि वैश्विक स्तर पर 12 प्रतिशत से ज्यादा है.
डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि यूएचसी और वायरल हेपेटाइटिस के लिए क्षेत्र की नई एकीकृत कार्य योजना हासिल करने पर अपनी प्रमुख प्राथमिकता के अनुरूप, यह क्षेत्र एचआईवी से संबंधित असमानताओं को खत्म करने और सर्विस कवरेज का विस्तार करने के लिए टारगेट कार्रवाई करना जारी रखता है. एचआईवी और यौन संचारित संक्रमण (आई-आरएपी 2022-2026) सितंबर 2022 में लॉन्च किया गया था.
डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने आगे कहा कि साल 2020 के अंत तक एचआईवी के साथ जी रहे लोगों को अपनी स्थिती के बारे में जानकारी थी. जबकि 61 प्रतिशत एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी पर थे. दिसंबर 2020 में क्षेत्र और दुनिया दोनों यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि 2025 तक एचआईवी के साथ जी रहे लोगों में से 95 प्रतिशत को अपनी स्थिति का पता चल जाए.
इसके अलावा कहा कि पूरे क्षेत्र में करीब 95 प्रतिशत नए एचआईवी संक्रमित जैसे सेक्स वर्कर, ड्रग्स का इंजेक्शन लगाने वाले लोग, पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुष और ट्रांसजेंडर लोगों में से हैं. केवल 22 प्रतिशत युवाओं को एचआईवी की रोकथाम के बारे में जानकारी है, और नशीली दवाओं का इंजेक्शन लगाने वाले लोगों की टेस्टिंग के कवरेज में सुधार की गुंजाइश है. एचआईवी सेल्फ-टेस्टिंग और प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस जैसे गेम-चेंजिंग इनोवेशन तक पहुंच देशों के भीतर और देशों के बीच अत्यधिक असमान बनी हुई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने राजनीतिक नेताओं और अन्य प्रमुख प्रभावशाली लोगों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष भेदभाव और बहिष्करण दोनों की सुविधा देने वाले कानूनों, नीतियों और प्रथाओं में तत्काल सुधार करने की अपील की है. एड्स महामारी को जीवित रखने वाली असमानताएं अनिवार्य नहीं हैं. डॉ. सिंह ने कहा, हमें एक साथ मिलकर प्रत्येक असमानता को समाप्त करना चाहिए और अपने लक्ष्यों और लक्ष्यों की दिशा में तेजी लानी चाहिए.
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Lok Sabha Election 2024: PM मोदी ने नामांकन के लिए क्यों चुना यह खास दिन? सामने आई चौंकाने वाली वजह
-
Guru Asta 2024: आज गुरु होंगे अस्त, इन राशियों को होगा बंपर लाभ, होगी जबरदस्त कमाई
-
Angarak Yoga 2024: मंगल के गोचर से बना अंगारक योग, इन राशियों के जीवन में छा जाएगा अंधेरा
-
Vastu Tips For Kitchen: इस दिशा में होती है रसोई तो घर वाले हमेशा रहते हैं कंगाल