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Wilson Disease: क्या है Wilson Disease? जानें इसके लक्षण और होने का कारण

Wilson Disease: खान-पान की गलत आदतें, खराब दिनचर्या, कम नींद और तनाव से मोटापा, मधुमेह, स्ट्रोक और हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है. लेकिन इन खतरों में से एक है विल्सन की बीमारी. आइए इस बीमारी के बारे में जानते है.

Updated on: 20 Mar 2024, 02:11 PM

नई दिल्ली :

What is Wilson Disease: विल्सन रोग (Wilson Disease) एक गंभीर जननांगज रोग है जो लिवर (लिवर) में तांत्रिक त्रुटि के कारण कॉपर एक्सेसमा को बढ़ाता है. यह रोग एक आनुवांशिक रूप से प्राप्त होता है और मुख्य रूप से कॉपर को शरीर में सहेजने और उसको निकालने के लिए लिवर के एक विशेष प्रोटीन की कमी के कारण होता है. जब इस प्रोटीन की कमी होती है, तो कॉपर शरीर में जमा होता है और इससे अनेक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि लिवर का क्षति, न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, और अन्य तंत्रिक संबंधित समस्याएं. विल्सन रोग के मरीजों को अक्सर पीलिया (jaundice), कब्ज (constipation), मस्तिष्क गतिशीलता (neurological symptoms), लिवर में स्थूलता (liver enlargement), हृदय रोग (heart disease), और किडनी समस्याएं (kidney problems) की समस्याएं होती हैं. विल्सन रोग एक गंभीर स्थिति है और इसका सही समय पर पहचान और इलाज महत्वपूर्ण है.

विल्सन रोग के मुख्य लक्षण:

1. पीलिया (Jaundice):  मरीजों में पीलिया, यानी त्वचा और आंत की सफेदियों का पीला होना, एक सामान्य लक्षण हो सकता है. यह लक्षण इस बात का संकेत देते हैं कि लिवर अपनी कार्यशीलता में कमी हो रही है और कॉपर को निष्क्रिय करने में समर्थ नहीं है. यदि व्यक्ति के पेशाब का रंग गहरा होता है, तो यह भी एक संभावित लक्षण हो सकता है.

2. कब्ज (Constipation):  मरीजों में कब्ज होने के लक्षण हो सकते हैं और इसका संबंध अन्य लक्षणों के साथ हो सकता है, जैसे कि पीलिया और न्यूरोलॉजिकल संकेत. कब्ज के मरीजों को संतुलित आहार, पानी पीने की सलाह और नियमित व्यायाम की जरूरत होती है. यदि कब्ज की समस्या बनी रहती है, तो चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए.

3. लिवर में स्थूलता (Liver Enlargement): यह रोग लिवर में कॉपर के अधिशेष के कारण होता है, जो उसका आकार बड़ा देता है. जब लिवर कॉपर को संशोधित नहीं कर पाता है, तो यह उसमें जमा हो जाता है और इससे लिवर का आकार बढ़ जाता है. लिवर का बढ़ जाना आमतौर पर विल्सन रोग के अन्य लक्षणों के साथ हो सकता है, जैसे कि पीलिया, पेट में दर्द, और त्वचा में खुजली. विल्सन रोग में लिवर का बढ़ जाना गंभीर हो सकता है और इसे ठीक करने के लिए चिकित्सा सलाह की आवश्यकता होती है.

4. हृदय रोग (Heart Disease): लंबे समय तक इस रोग का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह ह्रदय रोगों जैसे उच्च रक्तचाप, दिल की समस्याएं, और दिल की धड़कन में अनियमितता का कारण बन सकता है. ह्रदय समस्याएं गंभीर हो सकती हैं और इसे नियंत्रित करने के लिए चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता हो सकती है.

5. किडनी की समस्याएं (Kidney Problems): विल्सन रोग के मरीजों में किडनी के लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि पेशाब में रक्त, पेशाब की संख्या में बदलाव, या पेशाब का रंग बदलना. यदि किडनी संक्रमण की संभावना हो, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए.

6. मस्तिष्क गतिशीलता (Neurological Symptoms): इस रोग में न्यूरोलॉजिकल लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि खंडन (तंगी), अचेतनता, विचलन, दुर्बलता, आंत्र की असामर्थ्य, और अन्य विभिन्न चिकित्सीय परेशानियां. यह लक्षण विल्सन रोग के सांस्कृतिक पक्ष की नुकसानकारी प्रक्रिया का परिणाम हो सकते हैं जो मस्तिष्क की सामग्री को नष्ट करता है. यह न्यूरोलॉजिकल लक्षण विविधता और गंभीरता में भिन्नताओं के साथ हो सकते हैं और इन्हें अन्य मस्तिष्क विकारों से भी मिला जा सकता है, इसलिए इन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए. आपको इन लक्षणों में से किसी भी लक्षण का अनुभव होता है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें.

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