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Brain Bleeding: क्या है ब्रेन ब्लीडिंग की समस्या, जानें इसके लक्षण, कारण और इलाज

Brain Bleeding: ब्रेन ब्लीडिंग, जिसे ब्रेन हेमरेज के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रकार का स्ट्रोक है जो तब होता है जब असामान्य दबाव, आघात और उच्च रक्तचाप में दोष के कारण धमनी या नस फट जाती है.

Updated on: 22 Mar 2024, 05:03 PM

नई दिल्ली:

Brain Bleeding: ब्रेन ब्लीडिंग, या मस्तिष्क संधि रक्तस्राव, एक गंभीर स्थिति है जिसमें मस्तिष्क की ऊपरी परत में रक्तस्राव होता है. यह अक्सर दर्द, चक्कर आना, माथे के अंदर दबाव, उल्टी, और बेहोशी के लक्षणों के साथ संबंधित होता है. इसके कारण जोखिम शामिल हैं उनमें सिर चोट, रक्त थक्का, उच्च रक्तचाप, ब्रेन ट्यूमर या अविश्वसनीय रक्तवाहिकाओं का होना शामिल है. इलाज इस स्थिति के लिए तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है, जिसमें रोकथाम, चिकित्सा दवाओं का प्रयोग, और सर्जरी शामिल हो सकती है. ब्रेन ब्लीडिंग एक गंभीर स्थिति होती है, और इसे उचित समय पर चिकित्सा देकर उसकी स्थिति को सुधारा जा सकता है. ब्रेन ब्लीडिंग, जिसे इंट्राक्रानियल हेमरेज भी कहा जाता है, मस्तिष्क में रक्तस्राव का एक प्रकार है. यह तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त वाहिका फट जाती है और मस्तिष्क के ऊतकों में रक्त बहने लगता है. यह एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जिसके लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है.

ब्रेन ब्लीडिंग के लक्षण:

  •  तेज और गंभीर सिरदर्द
  •  मतली और उल्टी
  •  दृष्टि में बदलाव
  •  चेहरे, हाथ या पैर में सुन्नता या कमजोरी
  •  भ्रम
  •  बोलने में परेशानी
  •  चेतना खोना

ब्रेन ब्लीडिंग होने के कारण:

मस्तिष्क संधि रक्तस्राव होने के कई कारण हो सकते हैं. इनमें सिर चोट, रक्त थक्का, उच्च रक्तचाप, मस्तिष्क की शिरा के विकार, मस्तिष्क ट्यूमर, अत्यधिक अल्कोहल या ड्रग्स का उपयोग, खून के थक्के का गुठला या अनेक ब्लड वेसेल की अनियमितता शामिल हो सकते हैं. अधिकांश मामलों में, ब्रेन ब्लीडिंग का मुख्य कारण मस्तिष्क के किसी हिस्से की चोट होती है, जिससे वहां की रक्तवाहिका फट जाती है और रक्तस्राव होता है. यह घातक हो सकता है और तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है.

ब्रेन ब्लीडिंग के इलाज:

तत्काल चिकित्सा सहायता: अगर आपको ब्रेन ब्लीडिंग के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तत्काल चिकित्सा सहायता लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है.

शांति और आराम: इस समय आपको पूरी आराम और शांति की आवश्यकता होती है ताकि ब्लीडिंग को और अधिक बढ़ने से रोका जा सके.

ब्लड प्रेशर नियंत्रण: उच्च रक्तचाप एक मुख्य कारक हो सकता है ब्रेन ब्लीडिंग के लिए, इसलिए रक्तचाप को नियंत्रित रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है.

दवाओं का प्रयोग: चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवाओं का सही समय पर सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है.

सर्जरी: गंभीर मामलों में, जैसे कि बड़ी ब्लीडिंग या ब्रेन हेमोरेज, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है. यह स्थिति चिकित्सक के परामर्श पर आधारित होती है.
 
यह भी ध्यान रखें की ब्रेन ब्लीडिंग एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है, लेकिन यदि तुरंत इलाज किया जाए तो रोगी ठीक हो सकता है. अगर आपको उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करके ब्रेन ब्लीडिंग के खतरे को कम कर सकते हैं, जैसे कि उच्च रक्तचाप और मधुमेह को नियंत्रित करना, धूम्रपान छोड़ना और नियमित रूप से व्यायाम करना.

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