logo-image

Pregnancy and Pcod: पीसीओडी होने पर भी आसानी से हो सकते हैं प्रेगनेंट, करें यह उपाय

पीसीओडी (PCOD) के लक्षण की बात करें तो पीरियड्स ठीक समय पर न आना इसके प्रमुख लक्षणों में एक है.

Updated on: 18 Feb 2023, 12:38 PM

नई दिल्ली:

Pregnancy and Pcod: महिलाएं आजकल लाइफस्टाइल से जुड़ी ऐसी कई समस्याओं का सामना कर रही हैं जिसके कारण उन्हें गर्भधारण करने में समस्या आ रही हैं. ऐसी ही लाइफस्टाइल से संबंधित एक समस्या है पीसीओडी (PCOD) यानी की पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि जिन महिलाओं की पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज यानी (PCOD) की समस्या है वो मां नहीं बन सकती हैं. ऐसे कई उपाए और उपचार हैं जिससे पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज को कंट्रोल किया जा सकता है. आईये हम आपको बताते हैं पीसीओडी (PCOD) की समस्या और उसको कंट्रोल करने के सभी उपाय.

सबसे पहले अगर पीसीओडी (PCOD) के लक्षण की बात करें तो पीरियड्स ठीक समय पर न आना इसके प्रमुख लक्षणों में एक है. इसके साथ ही चेहरे पर मुहासे आना, चेहरे पर बाल, पीरियड्स के समय अधिक दर्द और चिड़चिड़ापन, पेट में दर्द होना, हमेशा थकान महसूस होना, वजन का तेजी सके बढ़ना ये सभी पीसीओडी (PCOD) होने के संकेत हैं. पीसीओडी (PCOD) की शिकार महिलाओं में एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता और एंड्रोजेन लेवल बढ़ जाता है.

वहीं, पीसीओडी (PCOD) को लेकर यह अवधारणा बन गई हैं इसकी शिकार महिलाएं कंसीव नहीं कर सकती हैं. लेकिन हम आपको बता दें कि पीसीओडी होने पर महिलाएं मां बन सकती है. पीसीओडी (PCOD) को आप डॉक्टर की सलाह से आसानी से कंट्रोल कर सकती हैं. यहां तक कि कई ऐसे घरेलु उपाय हैं जो पीसीओडी (PCOD) की समस्या को खत्म कर सकने मददगार होती हैं.  पीसीओडी को कंट्रोल करने के लिए अपको सबसे पहले अपनी डाइट का पूरा ध्यान रखना होगा. 

ये भी पढ़ें: जानिए ऐसी पांच चीजें जो जल्दी गर्भधारण करने में होती हैं मददगार

पीसीओडी को कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले जंक फूड, फास्ट फूड और मैदे से बनी चीजों को बाय-बाय बोलना होगा. इसके साथ ही खाने में साबुत अनाज, फल और हरी पत्तेदार सब्जियों को अपने आहार में शामिल करना होगा जिससे आपका शरीर हेल्दी रहेगा. इसके साथ ही आपको सुबह सबह गर्म पानी का सेवन और आंवला, एलोवेरा का जूस भी लेना चाहिए. साथ ही नाश्ते में अंकुरित चीजों को शामिल करने से फायदा होगा. 

पीसीओडी (PCOD) के कारण आमतौर पर वजन बहुत बढ़ जाता हैं जो कि महिलाओं के गर्भधारण में रुकावट होती है. इसलिए सबसे पहले वजन घटाने के लिए डॉक्टर के सलाह के अनुसार आपको कुछ व्यायाम भी करने चाहिए और साथ में रोज 45 मिनट की वॉक आपका वजन धटाने और व्लड सर्कुलेशन में सहायक होगी. जो महिलाओं के कंसीव करने में बहुत सहायक साबित होती हैं. वजन कम होने पर आपके पीरियड्स समय पर आने लगते हैं जिसके बाद सही समय पर ओव्यूलेशन होने लगता जिससे गर्भधारण होने की संभावना बढ़ जाती है. 

इसके साथ ही आप पीसीओडी (PCOD) को दूर करने के लिए डॉक्टर की सलाह भी सकते हैं जो आपको लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ ही कुछ दवाएं भी देंगे जिससे आपका पीसीओडी (PCOD) जल्दी कंट्रोल होगा और आपको गर्भधारण करने में पूरी मदद मिलेगी.