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प्रेगनेंसी में हाई बीपी मां-बच्चे के लिए है खतरनाक, जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय

प्रेगनेंसी में हाई बीपी कई कारणों से होता है. जिन महिलाओं की उम्र ज्यादा होती है उन्हें कंसीव करने के बाद हाई ब्लड प्रेशर की समस्या ज्यादा होती है.

Updated on: 02 Mar 2023, 01:32 PM

नई दिल्ली:

BP in Pregnancy: गर्भावस्था में ब्लड प्रेशर एक ऐसी समस्या है जो आमतौर पर महिलाओं में देखी जाती है. हार्मोनल बदलाव के कारण इस समय महिलाओं में ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल की समस्या होती है. गर्भावस्था में ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को कट्रोल नहीं करने पर कई समस्याएं हो सकती है. बता दें कि हाई बीपी के कारण की बार डिलीवरी में समस्या आ जाती है. बीपी बढ़ने की सूरत में नॉर्मल डिलीवरी नहीं हो पाती है. 

प्रेगनेंसी में हाई बीपी कई कारणों से होता है. जिन महिलाओं की उम्र ज्यादा होती है उन्हें कंसीव करने के बाद हाई ब्लड प्रेशर की समस्या ज्यादा होती है. इसके और कारणों की बात करें तो महिलाओं का वजन, गर्भावस्था में शिथिल हो जाना, सिगरेट और शराब का सेवन करना, ज्यादा ऑयली खाना और हेल्दी डाइट न लेना गर्भावस्था के दौरान हाई बीपी के कारण बनते हैं. लक्षणों की बात करें तो महिलाओं इस समय कई ऐसी समस्याएं होती हैं जो हाईबीपी के लक्षण होते हैं. 

प्रेगनेंसी में हाई बीपी के लक्षण
गर्भावस्था में लंबे समय तक सिरदर्द रहना हाई बीपी के संकेत होते है. 
मोटापा भी प्रेगनेंसी में हाई बीपी के प्रमुख लक्षणों में से एक है. 
प्रेगनेंसी में हाई बीपी होने पर कई बार धुंधला दिखना शुरु हो जाता है. 
हाई बीपी होने पर गर्भवती को कई बार सीनें में दर्द और सांस लेने में तकलीफ भी होती है. 

गर्भावस्था में हाई बीपी के से बचाव के उपाय

मोटापे से बचें
प्रेगनेंसी में वजन बढ़ना आम समस्या है. ज्यादातर महिलाएं इससे संघर्ष करती हैं. इस बढ़ते वजन और मोटापे की वजह से भी हाई बीपी की समस्या पैदा होने लगती है. इससे बचने के लिए महिलाओं को बैलेंस डाइट यानी संतुलित आहार लेने की सलाह दी जाती है.  

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रोजाना करें एक्सरसाइज
प्रेगनेंसी में हार्मोनल बदलाव बहुत तेजी से होते हैं. हार्मोन्स के स्तर को सामान्य रखने के लिए जरूरी है कि प्रेग्नेंसी की हालत में आप एक्सरसाइज से परहेज न करें. लेकिन एक्सरसाइज के नाम पर खुद को नुकसान ना पहुंचाएं. इसके लिए डॉक्टर या योग स्पेशलिस्ट से सलाह जरूर लें. कहीं ऐसा न हो कि मुसीबत से बचने के चक्कर में आप और किसी समस्या में फंस जाएं.

टेंशन को रखें दूर
प्रेगनेंसी में महिलाओं को तरह-तरह की टेंशन होती है. कभी डिलीवरी की टेंशन तो कभी बच्चा पालने को लेकर आने वाले खयाल. दिमाग में आने वाले इन विचारों का असर सेहत पर भी पड़ता है और हाई बीपी और दूसरी समस्याएं आपको घेर सकती हैं. अगर कभी भी किसी भी तरह के निगेटिव खयाल दिमाग में आएं तो अपने आसपास लोगों से बात करें. ताकि ये आपके दिमाग पर ज्यादा में ज्यादा समय तक ना रहें.

सिगरेट और शराब पीने बचें
गर्भावस्था में सिगरेट और शराब का सेवन करना बच्चे और मां दोनों के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है. इन दोनों के सेवन से हाई बीपी के अलावा और भी कई समस्या गर्भवती को हो सकती है. साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में कई तरह की समस्या हो सकती है.