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Health Tips: कई बिमारियों का घर है मोटापा, सेहत के लिए हो सकता है जानलेवा, इस तरह वजन करें कम

Health Tips: मोटापा आजकल एक आम समस्या बन चुका है जो विशेषकर उपयोगी जीवनशैली और खानपान की कमी के कारण होता है. मोटापे को आमतौर पर वजन की अधिकता के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो व्यक्ति की ऊंचाई और आयु के अनुसार विभिन्न होती है.

Updated on: 04 Mar 2024, 06:44 PM

नई दिल्ली:

Health Tips: मोटापा आजकल एक आम समस्या बन चुका है जो विशेषकर उपयोगी जीवनशैली और खानपान की कमी के कारण होता है. मोटापे को आमतौर पर वजन की अधिकता के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो व्यक्ति की ऊंचाई और आयु के अनुसार विभिन्न होती है. यह एक स्वास्थ्य समस्या हो सकती है और कई और संबंधित समस्याओं को बढ़ा सकती है. मोटापा कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि अनियमित आहार, अल्पकालिक या अधिक व्यायाम, अधिक स्ट्रेस, गलत भोजन की आदतें, और जीवनशैली के बदलते तरीके. मोटापे का सीधा संबंध विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कि डायबिटीज, हार्ट रोग, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप, कैंसर, और अन्य बीमारियों के साथ होता है. मोटापा को नियंत्रित करने के लिए सही आहार और व्यायाम का संतुलन महत्वपूर्ण होता है. संतुलित आहार में फल, सब्जियाँ, पूरे अनाज, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स होने चाहिए. इसके अलावा, नियमित व्यायाम का अभ्यास करना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना मोटापे को कम करने में मदद कर सकता है. 

1. हृदय रोग: मोटापे से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें दिल का दौरा और स्ट्रोक शामिल हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मोटापे से रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि हो सकती है, जो हृदय रोग के लिए प्रमुख जोखिम कारक हैं. 

2. टाइप 2 मधुमेह: मोटापे से टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मोटापे से शरीर की इंसुलिन का उपयोग करने की क्षमता कम हो जाती है, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है.

3. कुछ प्रकार के कैंसर: मोटापे से स्तन, पेट, और कोलन कैंसर सहित कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मोटापे से शरीर में सूजन और हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं, जो कैंसर के विकास में योगदान करते हैं.

4. स्ट्रोक: मोटापे से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मोटापे से रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि हो सकती है, जो स्ट्रोक के लिए प्रमुख जोखिम कारक हैं. 

5. नींद की सांस लेने में रुकावट: मोटापे से नींद की सांस लेने में रुकावट (स्लीप एपनिया) का खतरा बढ़ जाता है, एक गंभीर स्थिति जिसमें नींद के दौरान सांस बार-बार रुकती और शुरू होती है. 
 
स्लीप एपनिया से हृदय रोग, स्ट्रोक और मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है. मोटापे से जुड़ी कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हैं. स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है मोटापे और इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को कम करने के लिए.  
स्वस्थ भोजन खाएं, फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन खाएं. नियमित व्यायाम करें, प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें. पर्याप्त नींद लें.