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कंप्यूटर और मोबाइल को लगातार देखने से हो रही हैं आंखें खराब, अपनाएं ये 6 टिप्स मिलेगा लाभ

Eye Care Tips: आजकल की व्यस्त ज़िंदगी में ज़्यादातर लोग घंटों कंप्यूटर और मोबाइल स्क्रीन पर काम करते हैं या मनोरंजन के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं. इस वजह से आंखों पर काफी ज़ोर पड़ता है, जिससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं.

Updated on: 18 Apr 2024, 12:11 PM

नई दिल्ली :

Eye Care Tips: आज के डिजिटल युग में, हम में से अधिकांश लोग काम और मनोरंजन के लिए मोबाइल और कंप्यूटर का उपयोग करते हैं.  लेकिन स्क्रीन टाइम में वृद्धि से आंखों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे थकान, धुंधलापन, और यहां तक ​​कि गंभीर आंखों की समस्याएं भी हो सकती हैं. मोबाइल और कंप्यूटर का उपयोग आजकल हर क्षेत्र में बढ़ रहा है, लेकिन इसका अधिक उपयोग हमारी आंखों पर बुरा प्रभाव डाल सकता है. लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बिताने से आँखों की थकान, ड्राई आई, और आँखों की रोशनी में कमी हो सकती है. इसके अलावा, ब्लू लाइट जो स्क्रीन से निकलता है, भी आँखों को अस्वस्थ बना सकता है और नींद को प्रभावित कर सकता है. इससे बचाव के लिए, हमें नियमित अंतराल पर आँखों को आराम देना चाहिए, स्क्रीन के फिरिंग वक्त की गणना करनी चाहिए, और ब्लू लाइट फ़िल्टर या गोगलस लैन्स जैसे उपकरणों का उपयोग करना चाहिए. आंखों की रक्षा के लिए समय-समय पर नियमित आंखों का चेकअप करवाना भी महत्वपूर्ण है. इसके अलावा, हमें नियमित व्यायाम और पौधरोपण करना चाहिए, क्योंकि ये हमारी आँखों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं.

मोबाइल और कंप्यूटर के प्रभाव से आंखों को बचाने के तरीके

20-20-20 नियम का पालन करें:  हर 20 मिनट में, 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर की किसी वस्तु को देखें.  यह आपकी आंखों को आराम देने और तनाव कम करने में मदद करेगा.

स्क्रीन टाइम कम करें:   जितना हो सके स्क्रीन टाइम कम करने का प्रयास करें.  जब आपको स्क्रीन का उपयोग करने की आवश्यकता न हो तो उसे बंद कर दें.

स्क्रीन की चमक कम करें:   अपनी स्क्रीन की चमक को कम से आरामदायक स्तर पर सेट करें.  यह आपकी आंखों पर चमक को कम करने में मदद करेगा.

ब्लू लाइट फ़िल्टर का उपयोग करें:   कई मोबाइल और कंप्यूटर उपकरणों में ब्लू लाइट फ़िल्टर होता है जो नीली रोशनी को कम करता है, जो आंखों के थकान में योगदान दे सकती है.  सोने से पहले ब्लू लाइट फ़िल्टर को चालू करना विशेष रूप से सहायक होता है.

नियमित रूप से अपनी आंखों को झपकाएं:   स्क्रीन पर काम करते समय, हम अक्सर कम झपकाते हैं, जिससे आंखों में सूखापन हो सकता है.  सचेत रूप से अधिक बार झपकाने का प्रयास करें.

अपनी आंखों को नम रखें:   यदि आपकी आंखें सूखी हैं, तो कृत्रिम आँसू का उपयोग करें.  आप ह्यूमिडिफायर का उपयोग भी कर सकते हैं, खासकर यदि आप शुष्क जलवायु में रहते हैं.

नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच करवाएं:   यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी आंखें स्वस्थ हैं, साल में कम से कम एक बार अपनी आंखों की जांच करवाएं.

अपने कार्यस्थल या घर को ठीक से रोशन करें. यह सुनिश्चित करें कि आपके पास पर्याप्त प्रकाश है ताकि आपको स्क्रीन को देखने के लिए ज़ोर न लगाना पड़े. अपनी स्क्रीन को अपनी आंखों के स्तर से थोड़ा नीचे रखें. यह आपकी गर्दन और आंखों पर दबाव को कम करने में मदद करेगा. बड़े फ़ॉन्ट और टेक्स्ट आकार का उपयोग करें यह आपकी आंखों को पाठ पढ़ने में आसान बना देगा. एंटी-ग्लेयर स्क्रीन प्रोटेक्टर का उपयोग करें ऐसा करने से स्क्रीन की चमक का आपकी आंखों पर कम प्रभाव पड़ेगा. हर घंटे कुछ मिनट का ब्रेक लें और अपनी आंखों को आराम दें. आप आंखों की थकान या परेशानी का अनुभव करते हैं, तो तुरंत स्क्रीन का उपयोग बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें.

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