logo-image

संजय लीला भंसाली के बचाव में आए रोहित शेट्टी, कहा- 'पद्मावत' को सांस लेने दीजिए

फिल्म 'पद्मावत' के उपजे विवाद में निर्देशक रोहित शेट्टी भी आ गए है। उन्होंने ने कहा कि भगवान के लिए फिल्म 'पद्मावत' को सांस लेने दीजिए।

Updated on: 29 Jan 2018, 07:33 PM

नई दिल्ली:

संजय लीला भंसाली की फिल्म एक तरफ जहां बॉक्स ऑफिस पर लगातार अच्छी कमाई की तरफ बढ़ रही है वही दूसरी तरफ इस फिल्म पर विवाद भी गहराता जा रहा है।

जहां पहले फिल्म पद्मावती के किरदार की वजह से मुसीबत में फंसी थी तो वहीं अब स्वरा भास्कर के ओपन लेटर ने नए विवाद को जन्म दे दिया है। उनके इस लेटर पर कुछ लोग उनके विचारों से सहमत हुए तो वहीं बॉलीवुड इंडस्ट्री के कई लोग उनसे असहमत भी हुए।

फिल्म पर उपजे इस विवाद में निर्देशक रोहित शेट्टी भी आ गए है। उन्होंने ने कहा कि भगवान के लिए फिल्म 'पद्मावत' को सांस लेने दीजिए।

संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' को देखने के बाद अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने फिल्म में सती और जौहर जैसे कुरीति के महिमामंडन की निंदा करते हुए भंसाली को एक खुला पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि फिल्म देखकर उन्हें लगा कि महिलाएं मात्र योनि (वजाइना) तक ही सीमित हैं।

और पढ़ें: 'पद्मावत' पर स्वरा के ओपन लेटर पर बॉलीवुड ने दिया करारा जवाब

वहीं, रविवार को रेडियो मिर्ची पुरस्कार समारोह के इतर इस पत्र पर प्रतिक्रिया जताते हुए रोहित ने कहा, 'मैं हर किसी से प्रार्थना करता हूं कि बहुत सारी समस्याओं और संघर्षो के बाद 'पद्मावत' रिलीज हुई है, कृपया इसे शांति से चलने दीजिए।'

उन्होंने कहा, 'यह हमारी फिल्म है इसलिए अगर मैं कुछ कहता हूं या कोई और कहता है तो इससे फिल्म के लिए और अधिक परेशानी पैदा होगी।'

शेट्टी ने कहा, 'फिल्म रिलीज हो गई है और दर्शकों को इसे देखने दीजिए। फिल्म से जुड़े सभी सदस्यों विशेष रूप से संजय लीला (भंसाली), दीपिका पदुकोण, रणवीर सिंह और नेटवर्क 18 को बहुत परेशानियां झेलनी पड़ीं, लेकिन अब फिल्म बहुत बढ़िया बिजनेस कर रही है। कृपया उनकी फिल्म को शांति से चलने दीजिए।'

रोहित ने आगे कहा, 'अब अगर हम कुछ कह और समस्या पैदा करें तो इसका क्या औचित्य है। भगवान के लिए फिल्म को सांस लेने दीजिए।'

वहीं, फिल्मकार इम्तियाज अली ने भी भंसाली को लिखे स्वरा के खुले पत्र पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, 'मैंने स्वरा का पत्र नहीं पढ़ा है लेकिन मुझे उसके बारे में पता है। पद्मावत में कुछ भी ऐसा नहीं है जिसके लिए किसी भी विरोध की आवश्यकता हो, यह केवल अपने-अपने नजरिए की बात है।'

और पढ़ें: अब मलेशिया में 'पद्मावत' की रिलीज पर रोक

 

इनपुट आईएनएस से