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इंटरनेट को युवा पीढ़ी के लिए खतरा मानती हैं जया बच्चन, कहा- ये है डिप्रेशन का कारण

जया बच्चन ने नव्या नंदा के व्हाट द हेल नव्या सीजन दो के नवीनतम एपिसोड में इंटरनेट से जुड़ी सभी चीजों के बारे में बात की. इस दौरान जया ने इंटरनेट को युवा पीढ़ी के लिए खतरनाक बताया.

Updated on: 08 Mar 2024, 08:58 PM

नई दिल्ली:

नव्या नंदा के व्हाट द हेल नव्या के दूसरे सीज़न का छठा एपिसोड गुरुवार को उनके यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ किया गया. स्वाइप स्क्रॉल स्नैप टाइटल से, इसमें नव्या, उनकी मां श्वेता नंदा और दादी जया बच्चन थीं और बातचीत का विषय इंटरनेट था. एपिसोड के दौरान जया बच्चन ने साझा किया कि कैसे इंटरनेट युवा पीढ़ी को मान्यता की भावना प्रदान करता है. जब इससे तनाव बढ़ता है, तो यह चिंता के हमलों की ओर ले जाता है उन्होंने आगे कहा कि आपको नहीं लगता कि आप तनावग्रस्त हैं, लेकिन आप तनावग्रस्त हैं. जब हम बच्चे थे तो हमने चिंता के दौरे के बारे में नहीं सुना था.

इंटरनेट को खतरा बताया

जया ने पॉडकास्ट में आगे बताया कि बचपन की तो बात ही छोड़ दें, हमने अपने मीड एज में भी इसके बारे में कभी नहीं सुना. यह कहां से आता है? ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपको लगातार जानकारी दी जा रही है. यह इस बात से आती है कि 'यह लड़की कैसी दिखती है? वह अपने नाखून, मेकअप कैसे कर रही है?' इससे चिंता पैदा होती है.  श्वेता ने इस पर रिएक्ट करते हुए कहा कि वह उनकी राय से सहमत नहीं हैं, और कहा कि चिंता हमेशा थी, लेकिन इन दिनों यह अधिक पहचानने योग्य है.

ऑनलाइन शॉपिंग करने पर

इसी एपिसोड में जया ने ये भी बताया कि कैसे उन्होंने इंटरनेट पर शॉपिंग करने की कोशिश की. इसके बाद उन्होंने कहा कि जब उत्पाद की डिलीवरी हुई तो वह उससे बहुत असंतुष्ट थीं. उन्होंने कहा कि 'तकनीकी प्रगति' इसमें शामिल सभी लोगों के लिए अच्छी है. श्वेता ने अन्यथा सोचा और कहा कि वह कपड़ों से लेकर मेकअप तक हर चीज की ऑनलाइन खरीदारी करती है, क्योंकि उसे लाइन में खड़ा होना पसंद नहीं है. जया ने तुरंत मज़ाक किया, "मुझे कभी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ा.

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जया ने एआई पर चर्चा की

जया ने एआई पर भी अपने विचार साझा किये. उन्होंने कहा, टैक्नॉलिजी यही करती है. टेक्नोलॉजी आपको ऊपर तो ले जाती है, लेकिन लास्ट में वह इंसान नहीं बन पाती. इसका तीव्र प्रभाव पड़ेगा और फिर लोग कहेंगे, 'यह अच्छा नहीं है. आइए वापस चलते हैं कि चीजें कैसी थीं.'