logo-image

Karnataka CM: सीएम कुर्सी की दौड़ में शिवकुमार और सिद्धारमैया, जानें कितने पढ़े-लिखे हैं ये दोनों नेता

राज्य का असली दावेदार कौन है?

Updated on: 17 May 2023, 08:51 PM

highlights

  • दोनोें नेता सीएम की रेस में हैं
  • आखिर कौन मुख्यमंत्री बनेगा?
  • दोनों कितने पढ़े-लिखे हैं

नई दिल्ली:

कर्नाटक में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिला है. इसमें कोई शक नहीं कि कांग्रेस की जीत शानदार रही है. लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस बुरी तरह फंस गई है. पार्टी यह तय नहीं कर पा रही है कि राज्य का असली दावेदार कौन है? इस रेस में कर्नाटक के दो दिग्गज नेता डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया आमने-सामने हैं. राज्य की कमान कौन संभालेगा, इसको लेकर दोनों के बीच कांटे की टक्कर है. क्या आप जानते हैं कांग्रेस के ये दोनों नेता कितने पढ़े-लिखे हैं?

कैसे कांग्रेस में शामिल हुए सिद्धारमैया?
सूत्रों की माने तो सीएम की दावेदारी में सिद्धारमैया आगे चल रहे हैं. इसके पीछे की असली वजह है कि प्रदेश में उनकी जबरदस्त पकड़ है. सिद्धारमैया की राजनीति की बात करें तो वह पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा से नाता तोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे. उन्होंने 8 विधानसभा चुनाव जीते और चार बार कांग्रेस के उम्मीदवार भी रहें. 2013 में, उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ आता है और उन्हें राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना जाता है. यहीं पर सिद्धारमैया ने कर्नाटक कांग्रेस में पकड़ बनाई.

यह खबर भी पढ़ें- शिवकुमार CM पद को लेकर अड़े, आलाकमान से ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर चर्चा

सिद्धारमैया ने कितनी की पढ़ाई?
यह उनके राजनीतिक सफर की एक छोटी सी झलक मात्र थी, लेकिन अब बताते हैं कि उन्होंने कितनी शिक्षा हासिल की है. द हिंदू के आर्टिकल के अनुसार, उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में स्कूली शिक्षा नहीं ली थी लेकिन बाद में उन्होंने बीएससी की पढ़ाई के बाद डिग्री हासिल की. इसके बाद कानून की पढ़ाई कर वकील बने. वह मैसूर के एक वकील चिक्कबोरैया से जूनियर थे और यहीं पर उन्होंने प्रैक्टिस की थी. इसके बाद उन्होंने वकालत से सीधे राजनीति में एंट्री ली.

कितनी पढ़ें हैं डीके शिवकुमार
अब आइए जानते हैं कि डीके शिवकुमार ने कितनी पढ़ाई की है. शिवकुमार पोस्ट ग्रेजुएट हैं. उन्होंने 2006 में ओपन यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल की. ​​आपको बता दें कि डीके शिवकुमार एक ऐसे नेता हैं जो राजनीति के साथ-साथ कृषि व्यवसाय से भी जुड़े हैं. अगर उनके राजनीतिक सफर की बात करें तो उन्होंने कनकपुरा विधानसभा सीट पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता आर अशोक को हराकर अपनी पार्टी में मजबूत पकड़ बनाई थी. वे तीन बार विधायक रह चुके हैं. वर्तमान में वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं.