लगे रहो फिर केजरीवाल, दिल्ली चुनाव में मुफ्त सौगातों का 'आप' को लाभ
आईएएनएस-सीवोटर एग्जिट पोल (Exit Poll) के नतीजे जारी किए गए जिनमें सत्ताधारी पार्टी ने 50.6 फीसदी वोट अपने पक्ष में किया है और वह दोबारा सत्ता में वापसी करने वाली है.
highlights
- दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शनिवार को संपन्न.
- आम आदमी पार्टी दोबारा सत्ता में वापसी करने वाली है.
- चुनावी वादों के रूप में 'आप' ने दिल्लीवासियों को कई सौगातें दीं.
नई दिल्ली:
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने रणनीति के तहत पुरुष, महिला, युवा, ग्रामीण, शहरी, अगड़ा व पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, स्थानीय और प्रवासी, हर वर्ग के मतदाताओं को जो सौगात बांटी उसका बड़ा फायदा विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2020) में मिलता दिख रहा है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शनिवार को संपन्न हुआ. मतदान संपन्न होने के शीघ्र बाद आईएएनएस-सीवोटर एग्जिट पोल (Exit Poll) के नतीजे जारी किए गए जिनमें सत्ताधारी पार्टी ने 50.6 फीसदी वोट अपने पक्ष में किया है और वह दोबारा सत्ता में वापसी करने वाली है.
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महिला-पुरुषों के लगभग बराबर वोट
रोचक तथ्य यह है कि 'आप' को लगातार 11 प्रमुख जनकांकियों में बढ़त मिली है. हालांकि पहले यह माना जाता था कि मुफ्त बस यात्रा की सुविधा जैसी योजनाओं से महिलाओं का रुझान 'आप' के प्रति ज्यादा होगा, लेकिन एग्जिट पोल के अनुसार महिलाओं और पुरुषों का अनुपात तकरीबन समान है. पुरुषों ने जहां 49.3 फीसदी वोट किया है वहां महिलाओं का वोट 50.6 फीसदी है. एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार, 'आप' को सभी उम्र वर्गो के वोट के देखें तो 18-22 वर्ष की उम्र वर्ग के मतदाताओं का वोट 52.2 फीसदी जबकि 50 से अधिक उम्र के मतदाताओं को 46.1 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.
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शैक्षिक पृष्ठभूमि का मामूली अंतर
शिक्षा के स्तर पर वोटों का विश्लेषण किया जाए तो 'आप' को निरक्षर मतदाताओं का 54.7 फीसदी वोट जबकि शिक्षित पेशेवरों का 44.9 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. गृहणी समेत विभिन्न पेशाओं के लोगों का 'आप' को 37.8 फीसदी से 55.9 फीसदी वोट मिलने का आकलन किया गया है. सामाजिक पृष्ठभूमि के आधार पर देखें तो 'आप' को सभी सामाजिक वर्गो का वोट मिलने का अनुमान है जबकि मुस्लिम समुदाय का सबसे अधिक 61 फीसदी वोट मिलने का आकलन किया गया है. विभिन्न समाजिक वर्गो का न्यूनतम 44.7 फीसदी और अधिकतम 60.8 फीसदी वोट 'आप' को मिलने का अनुमान है.
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मुफ्त वादों का रहा असर
चुनावी वादों के रूप में 'आप' ने दिल्लीवासियों को कई सौगातें दी हैं. मुफ्त बिजली, वाईफाई, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा सुविधा के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में की गई पहलों से अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में यह पार्टी लाडली बन गई है. मजदूर वर्ग लगभग पूरी तरह अरविंद केजरीवाल की तरफ दिखा. इस वर्ग के 55 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्होंने आप को वोट दिया है, जबकि 30.6 प्रतिशत लोगों ने भाजपा और 9.6 प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस के हिस्से में मत डाला है.
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