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छुट्टी के लिए ऋतिक को चाकू मारने वाली छात्रा को मिली जमानत

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ब्राइट लैंड स्कूल में गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल जैसी वारदात होने से हर कोई हिल गया।

Updated on: 19 Jan 2018, 10:44 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ब्राइट लैंड स्कूल में गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल जैसी वारदात होने से हर कोई हिल गया। वारदात में घायल छात्र ऋतिक लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती है। इस दिल दहला देने वाली वारदात में लखनऊ से सटे जिला बाराबंकी भी अचनाक सुर्खियों में आ गया।

ऐसा इसलिए क्योंकि जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने आरोपी छात्रा को बाराबंकी के बाल संप्रेक्षण गृह भेजा था, जहां से जमानत के बाद उसे रिहा कर दिया गया है।

ब्राइट लैंड कॉलेज में पहली कक्षा के छात्र ऋतिक पर जानलेवा हमला करने वाली उसी कॉलेज में सातवीं कक्षा की छात्रा को जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड के प्रधान मैजिस्ट्रेट अचल प्रताप सिंह ने 31 जनवरी तक के लिए बाराबंकी के बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया था।

लखनऊ के ब्राइटलैंड स्कूल में पढ़ने वाले पहली कक्षा के छात्र रितिक को 7 वीं कक्षा की एक छात्रा ने शौचालय में बंधक बनाकर चाकू से हमला कर दिया।

घायल छात्र को स्कूल प्रशासन ने परिजनों को सूचना देने के बाद बुधवार को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को घायल छात्र से मुलाकात की और बच्चे के हालात जाने।

इस मामले में आरोपी छात्रा को जे एम प्रथम अचल प्रताप सिंह की कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद छात्रा को बाराबंकी बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।

छात्रा के वकील शुक्रवार को जुविनाइल बोर्ड में एप्लीकेशन पेश करेंगे। स्कूल की प्रिंसिपल को ज़मानत मिल गई है।

लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने कहा, 'छात्र पर छात्रा के द्वारा सब्जी काटने वाले चाकू से हमला किया गया था। हमने छात्र के बॉडी पर से मिले बाल को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है। छात्रा को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा। स्कूल प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया गया है।'

लखनऊ के डीएम ने न्यूज नेशन से खास बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले में स्कूल की भारी लापरवाही है। उन्होंने घटना को छिपाया। FIR में स्कूल प्रशासन का नाम भी जोड़ा जाएगा।

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उन्होंने कहा, 'गुरुग्राम हादसे के बाद ही सभी स्कूलों को बच्चों की सुरक्षा के उपाय करने को कहे गए थे अब हम और सख्ती करेंगे और जिस स्कूल में लापरवाही मिली। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई भी करेंगे।'

वहीं स्कूली छात्रों के अभिभावकों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शकारियों का कहना है कि मामले को दबाने की कोशिश की गई।

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