ज्वैलरी इंडस्ट्री को झटका, मार्च में रत्न-आभूषण के एक्सपोर्ट में भारी गिरावट
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (Gems and Jewellery Export Promotion Council-GJEPC) के अनुसार वर्ष 2019-20 में इस क्षेत्र का कुल निर्यात 2,51,096,30 करोड़ रुपये रहा.
नई दिल्ली:
Gems And Jewellery Exports: भारत से रत्न और आभूष्णों का निर्यात पिछले वित्त वर्ष के अंतिम मास मार्च में एक साल पहले की तुलना में 38.81 प्रतिशत गिर कर 13,744.60 करोड़ रुपये के बराबर रहा. पिछले साल मार्च में यह आंकड़ा 22,463.17 करोड़ रुपये के बराबर था. रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (Gems and Jewellery Export Promotion Council-GJEPC) के अनुसार वर्ष 2019-20 में इस क्षेत्र का कुल निर्यात 2,51,096,30 करोड़ रुपये रहा, यह 2018-19 में दर्ज 2,75,671.80 करोड़ रुपये से 8.91 प्रतिशत कम है.
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मार्च में तराशे और पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात पिछले साल से 45 प्रतिशत घटा
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) ने दुनियाभर में कारोबार प्रभावित कर रखा है. जीजेईपीसी के उपाध्यक्ष कॉलिन शाह ने कहा कि इन आंकड़ों में कोविड-19 महामारी के कारण दुनियाभर में रत्न-आभूषण की मांग में गिरावट की झलक मिलती है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस क्षेत्र पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और इसके लिए विशेष पैकेज लाना चाहिए. इस बीच इस बार मार्च में तराशे और पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात पिछले साल से 45 प्रतिशत कम रहा. पिछले साल मार्च में ऐसे हीरों का निर्यात 12,910.44 करोड़ रुपये था. इस बार यह 7100.75 करोड़ रहा. पूरे वित्त वर्ष में तराशे ओर पॉलिश हीरों का निर्यात 20.75 प्रतिशत गिर कर 1,31,980.87 करोड़ रुपये रहा. वर्ष 2018-19 में निर्यात 1,66,532.07 करोड़ रुपये का था.
मार्च में स्वर्ण आभूषणों का निर्यात 40.07 प्रतिशत गिरा
इसी तरह मार्च में स्वर्ण आभूषणों का निर्यात 40.07 प्रतिशत गिर कर 4,152.39 करोड़ रुपये पर आ गया मार्च, 2019 में इसका निर्यात 6,929.11 करोड़ रुपये था. हालांकि पूरे वित्त वर्ष में स्वर्ण आभूषणों का निर्यात 3.57 प्रतिशत बढ कर 84,747.08 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 81,824.57 करोड़ रुपये था. अप्रैल-मार्च 2019-20 में चांदी के आभूषणों का निर्यात 105.60 प्रतिशत बढ कर 12,018.09 करोड़ रुपये रहा. एक साल पहले यह 5,845.37 करोड़ रुपये के बराबर था. वर्ष के दौरान रंगीन रत्नों का निर्यात 18.18 प्रतिशत गिर कर 2,272.44 करोड़ रुपये का रहा. वही इस अवधि में क्षेत्र का आयात 5.74 प्रतिशत गिर कर 24.01 अरब डॉलर का रहा जो एक साल पहले 25.48 अरब डॉलर के बराबर था. पिछले वित्त वर्ष में बिना तराशे हीरों का आयात 16.25 प्रतिशत गिर कर 12.68 अरब डॉलर के बराबर रहा.
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