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वित्तमंत्री निर्मलासीतारमण ने बताया कि 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में किसे क्‍या मिला

देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मोदी सरकार ने एक के बाद एक करके लगातार तीन लॉकडाउन लगाए. इस दौरान देश की अर्थव्यवस्था को करारा झटका लगा.

Updated on: 13 May 2020, 05:33 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मलासीतारमण ने देश को दिए गए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस बड़े पैकेज का ऐलान किया है. पीएम मोदी ने लंबी चर्चा के बाद इस आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है. उन्होंने मंगलवार को देश के सामने अपना विजन रखा है. वित्तमंत्री ने आगे कहा कि हम पांच अहम बातों पर काम करेंगे, एकोनोमी, इंफ्रास्ट्रकचर, डिमांड, डेमोक्रेसी और ट्रिपल एल यानि कि (लैंड, लेबर और लिक्विडिटी) पर आधारित रहेगी. वित्तमंत्री ने आगे कहा कि लोकल ब्रैंड को प्रोत्साहन देकर ग्लोबल बनाने पर जोर होगा. उन्होंने कहा कि लॉकडॉउन के दौरान डीबीटी से लोगों के खाते में पैसा भेजा गया. मोबाइल तकनीक का प्रयोग किया गया है.

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि, पावर रिफॉर्म की वजह से हम आत्मनिर्भर हो गए हैं. अब हमारे पर ज्यादा पावर है. वित्त मंत्री ने आगे कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब स्वदेशी क्षमता का विकास करना है. लोगों के खाते में सीधे पैसे पहुंच रहे हैं. देश में फार्मा कंपनियों का उत्पादन बढ़ाना है. लोकल ब्रांड को ग्लोबल ब्रांड बनाना है. वित्तमंत्री निर्मलासीतारमण के बाद राज्य वित्तमंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया के सामने अपनी बातें रखीं. उन्होंने बताया कि, दुनियाभर में कोरोना में भारत के काम की सराहना हुई है. भारत की दवाई कंपनियों ने अच्छा काम किया.

देश को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य
अनुराग ठाकुर ने आगे बताया कि मोदी सरकार ने सबसे पहले पीएम गरीब कल्याण योजना सबसे पहले लागू की. यह 1.70लाख करोड़ रुपये का पैकेज सबसे पहले दिया गया. अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 देश के सामने संकट खड़े किए हैं. पीएम मोदी ने देश के सामने आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा है. कोरोना में दुनिया के मुकाबले भारत का अच्छा कदम रहा है. भारत ने दुनिया को दवाइयां दी है. उन्होंने कहा कि आरबीआई की ओर से भी घोषणा कर लोगों तक कई योजनाएं पहुंचाई गईं. डिमांड और सप्लाई की व्यवस्था के साथ विकास  पर ध्यान दिया जा रहा है. मोदी जी बड़े निर्णय के लिए जाने जाते हैं. जैसे उन्होंने गुजरात में कच्छ को भूकंप के बाद खड़ा किया.

वहीं वित्तमंत्री निर्मलासीतारमण ने कहा कि, फरवरी 2020 के बजट के बाद कोरोना आ गया. कोरोना के  बाद पीएम की ओर से राहत पैकेज की घोषणा की गई. 41 करोड़ बैंक खातों में रुपये डाला गया. कुटीर लघु उद्योग, ईपीएफ, एमएफआई, कॉनट्रैक्टर, रियल एस्टेट, आदि सेक्टर को राहत दी जाएगी. अनुराग ठाकुर ने बताया कि, पीएम भीम कल्याण योजना में देश के 80 करोड़ लोगों को अनाज देने का काम किया गया. धनधन खातों में सीधे पैसा डाला गया. उज्ज्वला योजना के लोगों को फ्री में सिलेंडर दिया गया. किसानों के खाते में पैसे डाले गए.

बड़े निर्णयों के लिए जाने जाते हैं पीएम मोदी
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 देश के सामने संकट खड़े किए हैं. पीएम मोदी ने देश के सामने आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा है. कोरोना में दुनिया के मुकाबले भारत का अच्छा कदम रहा है. भारत ने दुनिया को दवाइयां दी है. उन्होंने कहा कि आरबीआई की ओर से भी घोषणा कर लोगों तक कई योजनाएं पहुंचाई गईं. डिमांड और सप्लाई की व्यवस्था के साथ विकास पर ध्यान दिया जा रहा है. मोदी जी बड़े निर्णय के लिए जाने जाते हैं. जैसे उन्होंने गुजरात में कच्छ को भूकंप के बाद खड़ा किया. हर रोज वित्तमंत्रालय की ओर से कुछ दिनों तक घोषणा की जाएगी. निर्मलासीतारमण ने कहा कि, फरवरी 2020 के बजट के बाद कोरोना आ गया. कोरोना के बाद पीएम की ओर से राहत पैकेज की घोषणा की गई. 41 करोड़ बैंक खातों में रुपये डाला गया. कुटीर लघु उद्योग, ईपीएफ, एमएफआई, कॉन्ट्रैक्टर, रियल एस्टेट, आदि सेक्टर को राहत दी जाएगी. एमएसएमई को 3 लाख करोड़ दिया जाएगा.

देश के 80 करोड़ लोगों को अनाज बांटा
इसके बाद अनुराग ठाकुर ने कहा कि, पीएम भीम कल्याण योजना में देश के 80 करोड़ लोगों को अनाज देने का काम किया गया. धनधन खातों में सीधे पैसा डाला गया. उज्ज्वला योजना के लोगों को फ्री में सिलेंडर दिया गया. व्यापारी वर्ग और आम आदमी को भी लाभ दिया गया. कई प्रकार की छूट दी गई है. आरबीआई की घोषणा का लाभ करोड़ों लोगों तक पहुंचा है. मध्यम और लघु उद्योगों के लिए 12 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं. इन्हें कोलोट्रल फ्री 3 लाख करोड़ रुपये का लोन मिलेगा. कोई गारंटी कोई कोलोट्रल देने की आवश्यकता नहीं है. समय सीमा 4 वर्ष होगी. पहले वर्ष मूल धन नहीं देना होगा.

व्यापारी वर्ग और आम आदमी को भी लाभ दिया गया. कई प्रकार की छूट दी गई है. आरबीआई की घोषणा का लाभ करोड़ों लोगों तक पहुंचा है. मध्यम और लघु उद्योगों के लिए 12 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं. इन्हें कोलोट्रल फ्री 3 लाख करोड़ रुपये का लोन मिलेगा. कोई गारंटी कोई कोलोट्रल देने की आवश्यकता नहीं है. समय सीमा 4 वर्ष होगी. पहले वर्ष मूल धन नहीं देना होगा. 20 हजार करोड़ पर स्टैडर्ड एमएसएमई जो बढ़िया चल रही थी. उन्हें कैश की दिक्कत न हो, ये उनके लिए दिया जाएगा.  स्ट्रैस एमएसएमई को 20 हजार करोड़ दिया जाएगा. दो लाख कंपनियों का फायदा होगा. फंड ऑफ फंड बनाकर 50 हजार करोड़ अच्छी एमएसएमई को दिया जाएगा. ये अच्छा काम कर रही कंपनियों को लाभ देगी.

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वित्तमंत्री निर्मलासीतारण और राज्य वित्तमंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि पीएम मोदी द्वारा दिया गया 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज देश के विकास के लिए और मौजूदा समय में अर्थव्यवस्था को बनाए रखने के लिए किन-किन मदों में लगाने की योजना है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि देश में आए कोरोना संकट से निपटने के लिए पीएम मोदी का यह  पैकेज देश के किन वर्गों को कितना लाभ पहुंचाएगा. इसके पहले देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मोदी सरकार ने एक के बाद एक करके लगातार तीन लॉकडाउन लगाए. इस दौरान देश की अर्थव्यवस्था को करारा झटका लगा. कोरोना संकट की वजह से देश में आई आर्थिक मंदी से बचने के लिए पीएम मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने साफ कहा है कि 20 लाख करोड़ रुपये के इस पैकेज के जरिए गरीबों और कारोबारियों की मदद की जाएगी.