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दिल्ली शराब नीति मामला: सरकारी गवाह के पिता को TDP ने बनाया उम्मीदवार, AAP ने उठाए सवाल

दिल्ली की एक अदालत में केजरीवाल ने अपनी दलीलों में पिता-पुत्र की जोड़ी का भी जिक्र किया था. केजरीवाल ने कहा पूरे केस में सीबीआई ने 31 हजार और ईडी ने 25 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की है. लेकिन 4 बयानों के आधार पर मुझे गिरफ्तार किया यह समझ नहीं आ रह

Updated on: 31 Mar 2024, 06:38 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जब से गिरफ्तारी हुई है, तब से हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब दिल्ली शराब नीति मामले में सरकारी गवाह के पिता को बीजेपी के सहयोगी दल ने लोकसभा का टिकट दिया है. टीडीपी की टिकट से दिल्ली एक्साइज पॉलिसी के गवाह के पिता मंगुटा रेड्डी को ओंगोल से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है. सरकारी गवाह के पिता को टिकट मिलने पर आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है. आम आदमी पार्टी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झूठे केस में फंसाया गया है.

आप ने दावा किया कि राघव रेड्डी ने सात बयान दिए . इसमें 6 बयानों में वो केजरीवाल के खिलाफ कुछ भी नहीं बोले. यहां तक कि उन्होंने यह भी कह दिया कि दिल्ली में कोई शराब घोटाला नहीं हुआ, लेकिन 5 महीने जेल में रहने के बाद जुलाई 2023 में राघव ने अपने 7वें बयान में दिल्ली के सीएम का नाम लिया और उन्हें अक्टूबर 2023 में जमानत मिल गई और वह सरकारी गवाह बन गए और अब उनके पिता को बीजेपी की सहयोगी पार्टी टीडीपी ने चुनावी मैदान में भी उतार दिया है. 

4 बयानों के आधार पर मुझे गिरफ्तार किया गया
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत में केजरीवाल ने अपनी दलीलों में पिता-पुत्र की जोड़ी का भी जिक्र किया था. केजरीवाल ने कहा पूरे केस में सीबीआई ने 31 हजार और ईडी ने 25 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की है. लेकिन 4 बयानों के आधार पर मुझे गिरफ्तार किया यह समझ नहीं आ रहा. 

13 मई को आंध्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव

दिल्ली शराब नीति मामले में आम आदमी पार्टी केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध कर रही है. वहीं, इस मामले में सरकारी गवाह बने राघव के पिता को टीडीपी ने टिकट देकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है. वहीं, ओंगोल में मगुंटा परिवार की पकड़ काफी मजबूत है. अपनी राजनीतिक विरासत के अलावा, मैगुंटा परिवार कई अन्य कंपनियों से जुड़ा है. इसके अलावा  सात दशकों से शराब के कारोबार से जुड़ा है.  कुल मिलाकर, आंध्र प्रदेश में एनडीए में चार दल शामिल हैं, जिसमें टीडीपी, जन सेना पार्टी और भाजपा शामिल हैं चार निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की. आंध्र प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ 13 मई को होंगे.