आगराः नहीं मिल रहे खरीदार, किसान खेतों में फेंक रहे आलू
उत्तर प्रदेश के आगरा में सब्जियों का राजा कहे जाने वाले आलू का बुरा हाल है। वहां आलू खरीदने के लिए कोई भी खरीददार नहीं मिल रहा है।
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के आगरा में सब्जियों का राजा कहे जाने वाले आलू का बुरा हाल है। वहां आलू खरीदने के लिए कोई भी खरीददार नहीं मिल रहा है। आलम यह है कि 50 किलो आलू की कीमत 10 रुपये है। यानी 20 पैसे में एक किलो। यही वजह है कि आगरा में किसान सैकड़ों टन आलू को सड़कों पर फेंक रहे हैं।
अभी तक किसानों ने अच्छा भाव न मिलने की वजह से आलू नहीं बेचा था लेकिन अब कोल्ड स्टोरेज बंद होने का समय नजदीक आ गया है। 30 नवंबर तक कोल्ड स्टोरेज बंद हो जाते हैं। उन्हें अगली फसल के लिए तैयार किया जाता है। इसलिए पुराना जितना भी भंडारण होता है उसे कोल्ड स्टोरेज से निकालना पड़ता है।
आलू रखने का टाइम खत्म हो चुका है। किसान अपना आलू कोल्ड स्टोरेज से लेने ही नहीं जा रहा है। उन्हें आलू का सही मूल्य नहीं मिल रहा है और उनकी लागत तक नहीं निकल पा रही है। इसलिए अब कोल्ड स्टोरेज यह आलू बाहर फेंक रहे हैं।
आगरा के एक कोल्ड स्टोरेज के प्रबंधक का कहना है कि किसान अपना आलू लेने नहीं आ रहा हैं, क्योंकि मांग बहुत कम है लेकिन स्टॉक भरा पड़ा है। हमें पुराने स्टॉक को साफ़ करना होगा क्योंकि नया सीज़न आ रहा है और कोल्ड स्टोरेज में मरम्मत की जरूरत है। किसानों के लिए यह स्थिति अच्छी नहीं हैं।
Farmers are not coming to take their potato produce, as demand is less but stock was bumper. We have to clear old stock as new season is coming and repair work needs to be done in the facilities.Situation is not good for farmers: Harendra Kumar,Cold Storage Manager #Agra pic.twitter.com/V3DZR5imwI
— ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2017
और पढ़ेंः उत्तर प्रदेश: संदिग्ध विस्फोटक मामले पर विधानसभा में हंगामा
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Love Rashifal 3 May 2024: इन राशियों के लिए आज का दिन रोमांस से रहेगा भरपूर, जानें अपनी राशि का हाल
-
Ganga Dussehra 2024: इस साल गंगा दशहरा पर बन रहा है दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में स्नान करें
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीय के दिन करें ये उपाय, चुम्बक की तरह खिंचा चला आएगा धन!
-
First Hindu Religious Guru: ये हैं पहले हिंदू धर्म गुरु, भारत ही नहीं विश्व भी करता है इन्हें नमन