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Jharkhand News: गुमला में सरकारी योजनाएं भगवान भरोसे, जमकर हो रहा भ्रष्टाचार

गुमला में सरकारी योजनाएं भगवान भरोसे चल रही है. जहां जनता के लिए बनाए जाने वाली योजनाएं ठेकेदारों और अधिकारियों के लिए कमाई का जरिया मात्र बनकर रह गई है.

Updated on: 08 Sep 2023, 03:38 PM

highlights

  • गुमला में सरकारी योजनाएं भगवान भरोसे
  • जमकर हो रहा भ्रष्टाचार
  • दीवारों से झड़ने लगा सीमेंट
  • मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं

Gumla:

गुमला में सरकारी योजनाएं भगवान भरोसे चल रही है. जहां जनता के लिए बनाए जाने वाली योजनाएं ठेकेदारों और अधिकारियों के लिए कमाई का जरिया मात्र बनकर रह गई है. गुमला में सरकार की ओर से चलाई जाने वाली योजनाएं भ्रष्टाचार की बलि चढ़ रही हैं. इसी का ताजा उदाहरण देखने को मिला है सिसई प्रखंड में. जहां के पुराने प्रखंड और अंचल कार्यालय परिसर में बन रहे राशन गोदाम में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है.

दीवारों से झड़ने लगा सीमेंट

राशन गोदाम का निर्माण भवन विभाग की ओर से करवाया जा रहा है, लेकिन निर्माण कार्य में भारी अनियमिताएं देखी जा रही हैं. गोदाम भवन में घटिया क्वालिटी के प्लास्टर का इस्तेमाल हो रहा है. वहीं, सीमेंट की मात्रा कम दी जा रही है. पानी का पटवन नहीं होने से प्लास्टर और कमजोर हो रहा है. नतीजा ये हो रहा है कि निर्माण पूरा भी नहीं हुआ है और दीवारों से सीमेंट झड़ने लगा है.

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मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं

गोदाम के चारों ओर बन रहे नाली की गहराई भी कम है. वायरिंग में घटिया क्वालिटी की सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है. प्लंबिंग के लिए घटिया पाइप यूज़ हो रहा है. जब निर्माण में धांधली की पड़ताल के लिए न्यूज़ स्टेट की टीम मौके पर पहुंची तो वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं था. यानी यहां निर्माण कार्य तो हो रहा है. पैसे भी पानी की तरह बहाए जा रहे हैं, लेकिन मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं है. हालांकि यहां परेशान सिर्फ निर्माण कार्य में धांधली नहीं है बल्कि निर्माण में लगे मजदूर भी परेशान हैं. क्योंकि उन्हें उचित मजदूरी भी नहीं मिल पा रही है. इसको लेकर मजदूरों कई बार आवाज भी उठाई, लेकिन इसका कोई असर नहीं है. मजदूरों की मानें तो सरकारी दर से मजदूरी मांगने पर मजदूरों को काम से निकाल दिया जाता है. जिसके डर से मजदूर बोलने से भी हिचक रहे हैं.

यानी सरकार की योजना में ना सिर्फ भ्रष्टाचार हो रहा है बल्कि मजदूरों का शोषण भी किया जा रहा है. जरूरत है कि जिले के अधिकारी इस मामले पर संज्ञान ले और पूरे मामले की जांच कर भ्रष्टाचार करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई करें.

रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह