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JAP 1 में फायरिंग कर दी जाती है मां दुर्गा को सलामी, पूजा की अनोखी परंपरा

दुर्गा पूजा को लेकर देशभर में काफी उत्साह का माहौल दिख रहा है. महानवमी के अवसर पर हर कोई मां दुर्गे के आशीर्वाद लेने के लिए पूजा पंडाल में पहुंच रहे हैं.

Updated on: 23 Oct 2023, 08:58 PM

highlights

  • रांची के जैप-1 में नवमी पर हुई पूजा
  • दुर्गा माता को फायरिंग कर दी गई सलामी 
  • जवानों की रक्षा करती है मां दुर्गा

Ranchi:

दुर्गा पूजा को लेकर देशभर में काफी उत्साह का माहौल दिख रहा है. महानवमी के अवसर पर हर कोई मां दुर्गे के आशीर्वाद लेने के लिए पूजा पंडाल में पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पंडालों में उमड़ रही है. राजधानी रांची के जैप-1 में नवमी पर हुई अस्त्र -शस्त्रों की पूजा, दुर्गा माता को फायरिंग कर सलामी दी गई. रांची के जाप-1 परिसर में अनूठे रूप में दुर्गा पूजा की जाती है, जहां मां दुर्गा की मूर्ति की जगह कलश की स्थापना की जाती है और उसी की अराधना की जाती है. वहीं, नवमी के दिन यहां 9 कन्याओं को बुलाकर उनकी पूजा के साथ ही अस्त्र-शस्त्र की भी पूजा अर्चना की जाती है और फायरिंग के साथ मां दुर्गा को सलामी दी जाती है.

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दुर्गा मां की होती है अनोखी पूजा

बता दें कि रांची के डोरंडा स्थित जाप-1 में 1880 ईस्वी से इस तरह से पूजा की जा रही है, जो कि अब यहां की परंपरा बन चुकी है. वहीं, नवमीं की पूजा के बाद जैप वन के कमांडेंट वाईएस रमेश की धर्मपत्नी प्रीति रमेश ने पूजा को लेकर कहा कि उन्हें पहली बार इस तरह की पूजा में शामिल होने का मौका मिला और उन्हें यह अनोखी पूजा देखकर काफी अच्छा लगा.

जवानों की रक्षा करती है मां दुर्गा

बता दें कि गोरखा जवानों के हथियारों की पूजा के पीछे एक खास मान्यता है. गोरखा और नेपाली संस्कृति पुरातन समय से ही शक्ति के उपासक रहे हैं और इस वजह से यहां प्राचीन काल से ही बलि की प्रथा चली आ रही है. यह प्रथा इनकी संस्कृति का हिस्सा बन चुकी है. जवानों की यह आस्था है कि शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से मां हर जगह जवानों की रक्षा करती हैं. इसलिए वे हर पूजा में मां दुर्गा को बलि अर्पित कर उनके सम्मान में गोलियां चलाते हैं.