logo-image

Prashant Kishor ने Rahul Gandhi की यात्रा को बताया बेमतलब, बोलें- भारत जोड़ो न्याय यात्रा का कोई तुक नहीं

लोकसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में इस तरह के प्रयास के लिए ये सही समय नहीं है. उन्होंने कहा कि, ये समय मुख्यालय छोड़ यात्रा पर जाने का सबसे खराब वक्त है. उनके मुताबिक, यात्रा बहुत पहले आयोजित की जानी चाहिए थी.

Updated on: 02 Feb 2024, 07:39 PM

नई दिल्ली :

वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले अपने दूसरे राष्ट्रव्यापी आउटरीच कार्यक्रम, भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकल पड़े हैं. सोशल मीडिया पर लगातार उनकी इस यात्रा से जुड़ी तमाम तस्वीरें वायरल हो रही हैं. इसी बीच मशहूर राजनीतिक रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर का इस यात्रा पर बड़ा बयान सामने आया है, उन्होंने इस यात्रा के समय को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सलाहकारों को लताड़ा है. किशोर ने एक मीडिया चैनल को इंटरव्यू देते हुए, गांधी के यात्रा के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया है...

प्रशांत किशोर ने कहा कि, लोकसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में इस तरह के प्रयास के लिए ये सही समय नहीं है. उन्होंने कहा कि, ये समय मुख्यालय छोड़ यात्रा पर जाने का सबसे खराब वक्त है. उनके मुताबिक, यात्रा बहुत पहले आयोजित की जानी चाहिए थी, संभवतः चुनाव से छह महीने से एक साल पहले.

...तो आप फ़ील्ड में होते हैं

किशोर ने बताया कि, अभी का वक्त रणनीतिक सहयोगियों से मिलने, संसाधन जुटाने, उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने और दैनिक चुनौतियों का समाधान करने पर फोकस करने का है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, जब मुख्यालय में आपकी ज़रूरत होती है, तो आप फ़ील्ड में होते हैं. जब आपको मैदान में रहने की जरूरत थी तब आप दिल्ली में बैठे थे. मुझे नहीं पता कि उन्हें कौन सलाह देता है.

लोकसभा चुनाव अप्रैल से मई के बीच होने की उम्मीद...

गौरतलब है कि, 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 67 दिनों में 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जो 15 राज्यों के 110 जिलों से होकर गुजरेगी और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी. वहीं लोकसभा चुनाव अप्रैल से मई के बीच होने की उम्मीद है.

नीतीश कुमार पर भी बोले प्रशांत किशोर

इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा कि, उन्हें इस समय राहुल गांधी की मणिपुर से मुंबई यात्रा में कोई तर्क नहीं दिखता है. साथ ही उन्होंने बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में नई सरकार बनाने पर भी प्रतिक्रिया दी. 

बता दें कि, इस वक्त प्रशांत किशोर भी 'जन सुराज' के बैनर तले पूरे बिहार में पद यात्रा निकाल रहे हैं. उम्मीद है कि वह 2022 में एक अभियान के रूप में शुरू हुए जन सुराज को एक राजनीतिक दल में बदलने की घोषणा करेंगे.