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Assembly Election Result 2023: तीन राज्यों में पिछड़ी कांग्रेस, INDIA गठबंधन पर भी मंडराया खतरा

Assembly Election Result 2023: चार में तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को बंपर समर्थन, कांग्रेस के पिछड़ने के साथ ही INDIA गठबंधन पर भी उठे सवाल

Updated on: 03 Dec 2023, 11:13 AM

highlights

  • चार में से तीन राज्यों में कांग्रेस को बड़ा झटका
  • भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बनाई बढ़त
  • तेलंगाना में बीआरएस को पछाड़कर कांग्रेस आगे, लेकिन INDIA गठबंधन पर उठ रहे सवाल

New Delhi:

Assembly Election Result 2023: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले हुए पांच राज्यों के विधानसभा नतीजों को सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. इनमें से चार राज्यों के रुझान आ चुके हैं और जल्द ही ये नतीजों में भी तब्दील होते नजर आएंगे. रुझानों में चार राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में से तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार बढ़त बना ली है वहीं कांग्रेस जिसको लेकर एग्जिट पोलों में कई तरह के दावे किए गए थे रुझान ठीक उसके उलट दिखाई दे रहे हैं. कांग्रेस चार में तीन राज्यों में पीछे चल रही है. खास बात यह है कि कांग्रेस की इस हार को INDIA गठबंधन से जोड़कर भी देखा जा रहा है. क्योंकि 26 राजनीतिक दलों के विपक्षी गठबंधन के लिए एक बहुत बड़ा चुनाव माना जा रहा था. कांग्रेस की जीत और हार इस गठबंधन का भविष्य भी तय करने वाली थी. 

कांग्रेस ने चार राज्यों में अपनी जीत के भले ही बड़े-बड़े दावे किए हों, लेकिन रुझानों ने इन दावों की पोल तो खोल ही दी है. कांग्रेस ने लगातार राज्यों में चुनाव प्रचार किया, दावे और वादे भी किए लोगों को लुभावने लारे लप्पे दिए, लेकिन जब मतदान की बात आई तो जनता ने अपना फैसला पूरे जोर से सुना दिया. 

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तीन  राज्यों में कांग्रेस-बीजेपी से काफी पीछे चल रही है. फिर चाहे राजस्थान हो मध्य प्रदेश हो या फिर छत्तीसगढ़ कांग्रेस का हाथ हर जगह पिछड़ गया. माना जा रहा है कि यही रुझान नतीजों में भी बदल जाएंगे. थोड़ा बहुत अंतर देखने को मिल सकता है. अगर यही होता है तो INDIA गठबंधन के लिए भी ये बड़ा झटका साबित होगा. 

कांग्रेस की हार और INDIA गठबंधन का भविष्य
चार में तीन राज्यों में कांग्रेस के पिछड़ने ने एक बार फिर INDIA गठबंधन पर सवाल उठा दिए हैं. 26 दलों के इस अलायंस में राज्यवार कई तरह के मनमुटाव देखने को मिले. कांग्रेस ने किसी भी दल को मन मुताबिक टिकटें नहीं दीं. इसको लेकर दलों में नाराजगी भी देखने को मिली थी. अब कांग्रेस की हार होती है तो गठबंधन के दलों को हावी होने का मौका मिल जाएगा और आने वाले चुनावों में भी इसका असर देखने को मिलेगा. 

अब होगा मोल-भाव
कांग्रेस की हार अन्य राजनीतिक दल खास तौर पर गठबंधन वाले दलों के लिए एक बड़ा अवसर भी साबित हो सकती है. क्योंकि इंडिया गठबंधन में कई दल लगातार लीड करने का मन बना रहे हैं. इनमें ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, शरद पवार जैसे नाम समय-समय पर सामने आते रहे हैं. इन दलों का स्थानीय राज्यों में कांग्रेस के मन मुटाव भी देखने को मिला है. अब जब कांग्रेस अपने ही राज्यों में हार का मुंह देखेगी तो ये माना जा रहा है कि गठबंधन के दलों को मोल भाव का मौका मिल जाएगा. इसका असर सीधे तौर पर आगामी लोकसभा चुनाव जो 2024 में होना है उसमें देखने को मिल सकता है. 

अगर ऐसा होता है तो ये इंडिया गठबंधन के लिए खतरे की घंटी भी साबित होगा. क्योंकि कांग्रेस नेतृत्व में इंडिया गठबंधन आगे नहीं बढ़ा तो विपक्ष एक बार फिर कमजोर ही साबित होगा. वैसे भी चार में से तीन राज्यों में बीजेपी की बढ़त ने साबित कर दिया है अब भी मोदी मैजिक कायम है. मध्य प्रदेश में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि राजस्थान में कमोबेश यही हाल बीजेपी का, छत्सीगढ़ में भी बीजेपी ने बघेल सरकार को खासा पछाड़ रखा है. 

कांग्रेस के लिए एक उम्मीद
कांग्रेस भले ही चार में से तीन राज्यों में  पिछड़ गई, लेकिन कांग्रेस के लिए एक नई उम्मीद कायम हुई है और वो है तेलंगाना. जी हां तेलंगाना में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया है. शुरुआत आंकड़े बता रहे हैं कि यहां कांग्रेस सरकार बना सकती है. बीत एक साल के अंदर यहां पर राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई कोशिशें रंग लाई हैं. खास तौर पर भारत जोड़ो यात्रा को भी तेलंगाना में बेहतरीन रिस्पॉन्स मिला था. ऐसे में तेलंगाना की जीत का श्रेय जरूर राहुल गांधी को मिलेगा. राहुल गांधी के कद को बढ़ाने में यह एक ऑक्सीजन का काम कर सकता है. हालांकि तीन राज्यों में कांग्रेस हारती है तो इससे उबरना भी पार्टी के लिए मुश्किल होगा.