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शिंजो आबे से जुड़ी 'वुमेनॉमिक्स' और दारा शिकोह जैसी कुछ शानदार यादें

शिंजो आबे जापान के समाज में लैंगिक बराबरी के जबर्दस्त पक्षधर थे. इस बाबत उनकी नीतियों को 'वुमेनॉमिक्स' के नाम से जाना जाता है. इसके साथ ही तीन सूत्रीय 'आबेनॉमिक्स' से जापान का अर्थव्यवस्था में आमूल-चूल बदलाव लाए.

Updated on: 08 Jul 2022, 08:02 PM

highlights

  • शुक्रवार को नारा में स्थानीय हमलावर ने आबे को गोली मारी
  • अस्पताल में कई घंटे की जद्दोजहद के बाद वह जिंदगी हारे
    भारत के साथ उनके गहरे आत्मीय संबंध थे 

नई दिल्ली:

जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे (Shinzo Abe) की शुक्रवार को अस्पताल में जीवन-मौत से कई घंटों के संघर्ष के बाद मौत हो गई. उन्हें ऐतिहासिक नारा में एक चुनावी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुबह एक स्थानीय व्यक्ति तत्सुका यामागामी ने गोलियां मार दी थी. हमलावर ने उन्हें एकदम पास से गोली मारी थी, जिसमें एक गोली उनके सीने को चीरते हुए पार हो गई. हमलावर की उम्र 41 साल बताई जा रही है. शिंजो आबे को तुरंत एयरलिफ्ट कर अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें बचाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन डॉक्टरों ने घंटों कोशिश करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. हमलावर यामागामी को तुरंत ही हिरासत में ले लिया गया था. बाद में पता चला कि वह मेरीटाइम सेल्फ डिफेंस सिस्टम में भी रह चुका है. आबे भारत के सत्ता प्रतिष्ठान के भी काफी नजदीक रहे. ऐसे में जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो कईयों के लिए नामालूम सी हैं...

    • शिंजो आबे जापान के समाज में लैंगिक बराबरी के जबर्दस्त पक्षधर थे. इस बाबत उनकी नीतियों को 'वुमेनॉमिक्स' के नाम से जाना जाता है. इसके साथ ही तीन सूत्रीय 'आबेनॉमिक्स' से जापान का अर्थव्यवस्था में आमूल-चूल बदलाव लाए. 
    • 2007 में बतौर प्रधानमंत्री के अपने पहले कार्यकाल में भारतीय संसद को संबोधित करते हुए उन्होंने दारा शिकोह का जिक्र किया था. उन्होंने दारा शिकोह का नाम भारत और प्रशांत महासागर के बीच संबंधों को परिभाषित करने के लिए इस्तेमाल किया. उन्होंने दोनों देशों के संबंधों में प्रगाढ़ता लाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा था कि हिंद और प्रशांत महासागर के संबंध मुक्त महासागर और समृद्धि के तौर पर देखे जाएंगे. 
    • 2014 में शिंजो आबे पहले जापानी राष्ट्रपति थे, जो भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बतौर शामिल हुए.
    • इसी साल शिंजो आबे फिर भारत के दौरे पर आए. इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ वाराणसी के घाट पर गंगा आरती में भाग लिया. उनके हर दौरे पर भारत के प्रति उनका लगाव गहराई से परिलक्षित होता था. किसी अन्य जापानी पीएम की तुलना में आबे सबसे ज्यादा भारत के दौरे पर आए.
    • न्यूजीलैंड की पीएम जेसिंडा अर्डन ने उनसे जुड़े एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा, मुझे उनके साथ अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक याद है. हम ऑफिशियल फोटो के लिए इंतजार कर रहे थे. वह अचानक मेरी तरफ झुके और बोले की उन्हें मेरी पालतू बिल्ली के निधन का दुख है. उनमें मैंने एक ऐसा राष्ट्राध्यक्ष देखा जो जटिल मसलों पर बातचीत को भी सरल बना देते थे. साथ ही वह बेहद नेकदिल भी थे. 
    • भारत ने शिंजो आबे को देश के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया था.