logo-image

America ने साझा की खुफिया जानकारी, Ukraine ने मार गिराए रूसी जनरल

हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने यह निर्दिष्ट करने से इनकार कर दिया कि वास्तव में अमेरिका की मदद से कितने रूसी जनरल मारे गए हैं.

Updated on: 06 May 2022, 11:54 AM

highlights

  • अमेरिका ने यूक्रेन को सूचना और खुफिया जानकारी दी
  • उपग्रहों समेत अन्य विभिन्न स्रोतों से ली गई मदद

कीव:

अमेरिका (America) ने यूक्रेन से खुफिया जानकारी साझा कर रूसी जनरलों की हत्या करने में कीव की सेना की मदद की है. एक मीडिया रिपोर्ट में वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी गई है. द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने कथित तौर पर कीव को रूस (Russia) के मोबाइल सैन्य मुख्यालय के बारे में जानकारी प्रदान की, जिसके बारे में कहा जाता है कि वे अक्सर संघर्ष क्षेत्र में स्थानांतरित हो जाते हैं. आरटी ने रिपोर्ट के हवाले से बताया कि कीव (Ukraine) ने तोपखाने के हमलों या अन्य हमलों को अंजाम देने के लिए इस डेटा को अपनी खुफिया जानकारी के साथ जोड़ दिया, जिससे कमांडिंग अधिकारियों (जनरल) की मौत हो गई.

उपग्रहों सहित अन्य स्रोतों पर भरोसा
हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने यह निर्दिष्ट करने से इनकार कर दिया कि वास्तव में अमेरिका की मदद से कितने रूसी जनरल मारे गए हैं. उन्होंने यह भी खुलासा नहीं किया कि वाशिंगटन द्वारा रूसी कमांड मुख्यालय का डेटा हासिल करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों का उपयोग इस चिंता पर किया गया कि यह आगे की खुफिया जानकारी को बाधित कर सकता है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट ने बताया कि मॉस्को और कीव के बीच संघर्ष के दौरान अमेरिकी एजेंसियों ने रूसी सैनिकों की आवाजाही का पता लगाने के लिए उपग्रहों सहित विभिन्न स्रोतों पर भरोसा किया है.

यह भी पढ़ेंः मस्जिदों पर लाउडस्‍पीकर लगाना मौलिक अधिकार नहीं: इलाहाबाद HC

पेंटागन प्रवक्ता ने भी स्वीकारी बात 
सूत्रों ने कहा कि जनरलों को निशाना बनाने में कथित सहायता राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन द्वारा यूक्रेन को युद्धक्षेत्र की खुफिया जानकारी देने के एक प्रयास का हिस्सा थी. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें जोर देकर कहा गया है कि अमेरिकी युद्धक्षेत्र की खुफिया जानकारी यूक्रेनी सेना को 'रूसी जनरलों को मारने के इरादे से' प्रदान नहीं की गई थी. पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने स्वीकार किया कि अमेरिका ने 'यूक्रेन को सूचना और खुफिया जानकारी प्रदान की है, जिसका उपयोग वे अपनी रक्षा के लिए कर सकते हैं', लेकिन उस डेटा के किसी भी विवरण का खुलासा करने से इनकार कर दिया.