logo-image

आयरलैंड में गर्भपात कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे हजारों लोग

आयरलैंड के सख्त गर्भपात कानून में संशोधन की मांग को लेकर हजारों की संख्या में लोग राजधानी डबलिन की सड़कों पर उतर आए।

Updated on: 01 Oct 2017, 11:54 AM

highlights

  • गर्भपात कानून में आठवें संशोधन पर जनमत संग्रह कराने के लिए 2018 की शुरुआत का समय निर्धारित
  • आयरलैंड की हजारों महिलाएं वैध रूप से गर्भपात कराने के लिए हर साल ब्रिटेन जाती हैं

नई दिल्ली:

आयरलैंड के सख्त गर्भपात कानून में संशोधन की मांग को लेकर हजारों की संख्या में लोग राजधानी डबलिन की सड़कों पर उतर आए।

गार्डियन अखबार के मुताबिक, लोगों ने शनिवार को 'मार्च फॉर च्वाइस' में हिस्सा लिया। इस दौरान लोग 'हे हे लियो (प्रधानमंत्री लियो वराडकर) आठवां संशोधन करना पड़ेगा' के नारे लगा रहे थे।

इसके साथ ही लोगों ने बैनर भी पकड़ रखे थे, जिन पर लिखा था, 'कीप योर रोसरीज ऑफ माई ओवरीज' और 'पेरेंट बाइ च्वाइस फॉर च्वाइस'।

इस साल का यह विरोध प्रदर्शन काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगले साल देश में गर्भपात कानून को लेकर जनमत संग्रह होने वाला है।

आयरलैंड सरकार ने गर्भपात कानून में आठवें संशोधन पर जनमत संग्रह कराने के लिए 2018 की शुरुआत का समय निर्धारित किया है। देश में गर्भपात को लेकर कड़े नियम हैं।

देश में गर्भपात केवल उसी स्थिति में वैध है, जब मां के जीवन को खतरा हो और अवैध रूप से गर्भपात के लिए यहां अधिकतम 14 साल कैद की सजा का प्रावधान है।

आयरलैंड की हजारों महिलाएं वैध रूप से गर्भपात कराने के लिए हर साल ब्रिटेन जाती हैं।

और पढ़ें: भारत के साथ कश्मीर के एकीकरण के लिए संविधान संशोधन जरूरी : भागवत