logo-image

शिंजो आबे की नारा में नाकाफी सुरक्षा तो नहीं बनी हत्या का कारण

क्योटो प्रीफेक्चरल के एक पूर्व पुलिस जांचकर्ता फुमिकाजू हिगुची के मुताबिक वीडियो फुटेज से पता चलता है कि कार्यक्रम में किसी पूर्व प्रधानमंत्री के लिए सुरक्षा कम और अपर्याप्त थी.

Updated on: 10 Jul 2022, 10:16 AM

highlights

  • जापान के कई पर्यवेक्षक शिंजो आबे की सुरक्षा पर उठा रहे सवाल
  • पूर्व प्रधानमंत्री के लिहाज से नारा में उनके आसपास कम थी सुरक्षा
  • बगैर किसी रोक-टोक के आरोपा यामागामी को पास कैसे जाने दिया

टोक्यो:

जापान (Japan) के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) का पार्थिव शरीर आलीशान रिहायशी इलाके शिबुया में स्थित उनके घर पर रखा है. 12 जुलाई को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस बीच रविवार को संसदीय चुनाव के लिए मतदान हो रहा है. इससे पहले आबे की हत्या ने देश को सकते में डाल दिया है. दुख औऱ गम की इस घड़ी में यह सवाल भी उठने लगे हैं कि क्या पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए गए थे. सोशल मीडिया और टेलीविजन पर हत्या की वीडियो देखने वाले कुछ पर्यवेक्षकों के मुताबिक शिंजो आबे के भाषण देते वक्त उनके आसपास बहुत कम सुरक्षा थी. 

पूर्व पीएम के लिहाज से कम थी सुरक्षा व्यवस्था
क्योटो प्रीफेक्चरल के एक पूर्व पुलिस जांचकर्ता फुमिकाजू हिगुची के मुताबिक वीडियो फुटेज से पता चलता है कि कार्यक्रम में किसी पूर्व प्रधानमंत्री के लिए सुरक्षा कम और अपर्याप्त थी. उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम में कहा, ‘इसकी जांच करना आवश्यक है कि सुरक्षाकर्मियों ने यामागामी को बेरोकटोक और आबे के पीछे क्यों जाने दिया.’ विशेषज्ञों की मानें तो शिंजो आबे को किसी मंच के बजाय जमीन पर खड़े होकर भाषण देने की वजह से आसानी से निशाना बनाया जा सकता था. नारा में मंच की व्यवस्था इसलिए नहीं की गयी थी क्योंकि एक दिन पहले इस दौरे की योजना जल्दबाजी में बनाई गई थी.

यह भी पढ़ेंः China के कर्ज के मकड़जाल में बर्बाद हो गया श्रीलंका, पड़ोसी देशों के लिए एक सबक

हत्यारे का पहला निशाना चूका था
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में यामागामी को अपने कंधे पर देसी बंदूक लटकाते हुए देखा जा सकता है. वह भीड़भाड़ वाली एक सड़क पर आबे से कुछ मीटर दूर खड़ा है और लगातार आसपास घूर रहा है. इसके कुछ मिनटों बाद आबे के भाषण शुरू करते ही यामागामी को पहली गोली चलाते हुए देखा गया, लेकिन वह आबे को नहीं लगी. जब आबे यह देखने के लिए मुड़े की गोली की आवाज कहां से आयी तो दूसरी गोली चलती है. इस बार गोली सुरक्षाकर्मी द्वारा उसे रोकने के लिए उठाए गए बुलेटप्रूफ ब्रीफकेस को चकमा देते हुए आबे की बायीं बाजू में लगती है. इसके बाद आबे जमीन पर गिर पड़ते हैं.

यह भी पढ़ेंः  श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों का फूटा गुस्सा, PM रानिल के आवास में लगाई आग 

पड़ोसियों ने यामागामी के घर से सुनी थीं आरे की आवाजें
असाही अखबार के मुताबिक आपे का हत्यारा यामागामी क्योटो में एक गोदाम में अनुबंधित कर्मी है और उसे लोग शांत व्यक्ति के तौर पर जानते हैं जो अपने सहकर्मियों से घुलता-मिलता नहीं है. उसके एक पड़ोसी ने बताया कि वह यामागामी से कभी नहीं मिला, लेकिन उन्हें पिछले महीने से देर रात में कई बार आरे का इस्तेमाल किए जाने जैसी आवाज सुनायी देती थी. इससे जाहिर होता है कि शिंजो आबे का हत्यारा घर पर हैंडमेड गन बना रहा था. गौरतलब है कि जापान को सख्त बंदूक कानूनों के लिए जाना जाता है. 12.5 करोड़ की आबादी वाले देश में पिछले साल बंदूक से संबंधित केवल 10 आपराधिक मामले आए थे, जिनमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गए थे.