हेरोइन-LSD जैसे ड्रग्स की श्रेणी में गांजा, फिर भी US प्रेसीडेन्ट ने हजारों की सजा कर दी माफ
Marijuana in US: अमेरिका में नशेड़ियों की तादात बहुत बड़ी है. दुनिया का हर नशा अमेरिका में मिल जाता है, जबकि अमेरिका में इन सबके खिलाफ बहुत कठोर कानून है. मैक्सिको से ड्रग्स की सबसे ज्यादा सप्लाई अमेरिका में ही होती है और हर साल...
highlights
- अमेरिका में छूटेंगे हजारों गंजेड़ी
- गांजे के साथ पकड़े गए लोग होंगे रिहा
- बड़े अपराधियों को नहीं मिलेगी छूट
नई दिल्ली:
Marijuana in US: अमेरिका में नशेड़ियों की तादात बहुत बड़ी है. दुनिया का हर नशा अमेरिका में मिल जाता है, जबकि अमेरिका में इन सबके खिलाफ बहुत कठोर कानून है. मैक्सिको से ड्रग्स की सबसे ज्यादा सप्लाई अमेरिका (Drugs Supply In USA) में ही होती है और हर साल सैकड़ों टन हेरोइन बरामद होती है. सजा भी मिलती है. हजारों लोग अमेरिकी जेलों में बंद है, जो नशेड़ी हैं. इसमें से अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) उन सभी कैदियों को छोड़ने का आदेश दिया है, जिनके पास से गांजे की कम मात्रा मिली, या जिनकी सजा माफ करने लायक है. इसमें तस्करों के लिए कोई छूट नहीं है.
हेरोइन-एलएसडी जैसे ड्रग्स की श्रेणी में
दुनिया भर में गांजे पर बैन है. लेकिन कुछ देशों खासकर यूरोपियन देशों ने गांजे पर से बैन (Marijuana in Europian Union) हटाया है. उनका मानना है कि इसका नशा खतरनाक नहीं होता और इसे दर्दनिवारक दवाओं के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. अमेरिकी राज्यों में भी इसके लिए अलग-अलग कानून है. लेकिन फेडरल लॉ के मुताबिक, इसे हेरोइन और एलएसडी जैसे ड्रग्स की श्रेणी में रख कर प्रतिबंधित किया गया है. हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तय किया है कि जो लोग गांजे की वजह से जेलों में बंद हैं, उन्हें छोड़ दिया जाए. लेकिन ये ऐसे लोग हों, जिनके पास कम मात्रा में गांजा मिला हो और जो व्यक्तिगत तौर पर इसके इस्तेमाल में शामिल हों. इसमें उन लोगों को कोई छूट नहीं मिली है, जो क्राइम में लिप्त हों.
ये भी पढ़ें: अमेरिकाः चाकू से सीरियल वार करके दो लोगों की ली जान, छह घायल
कोई मेडिकल वैल्यू नहीं
गांजे की वकालत करने वालों का तर्क है कि ये दर्दनिवारक दवा के तौर पर इस्तेमाल होता है, लेकिन वैज्ञानिक साफ कर चुके हैं कि दर्द निवारण सिर्फ एक बहाना है. इससे कोई राहत नहीं मिलती, सिवाय भ्रम पैदा करने के.
राष्ट्रपति बदल रहे हैं अपनी नीति?
जो बाइडेन कभी गांजे को लीगलाइज करने की नीति का समर्थन कर चुके हैं. हालांकि अब वो गांजे को वैधानिकता देने की बात नहीं कर रहे हैं, सिर्फ गांजे को गैर-आपराधिक बना रहे हैं. ऐसे में अमेरिकी नशेड़ियों को लिए ये नशे का नया रास्ता खुलने जैसा है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Kya Kehta Hai Hinduism: हिंदू धर्म में क्या है मुस्लिमों का स्थान, सदियों पुराना है ये इतिहास
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पारण, जानें व्रत खोलने का सही तरीक
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी पर अपनी राशि के अनुसार जपें मंत्र, धन वृद्धि के बनेंगे योग