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Brazil: ब्राजील में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई, छापेमारी के दौरान तीन राज्यों में 44 की मौत

Brazil: ब्राजील में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ चलाए गए पुलिस ऑपरेशन में पिछले एक सप्ताह में 44 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 9 लोगों की मौत बुधवार को ही हुई है.

Updated on: 03 Aug 2023, 10:13 AM

highlights

  • ब्राजील में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ पुलिस का एक्शन
  • छापेमारी के दौरान एक सप्ताह में 44 की मौत
  • भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद

New Delhi:

Brazil: दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बीते एक सप्ताह में कम से कम 44 लोगों की मौत हुई है. जिनमें से 9 लोग बुधवार को ही मारे गए हैं. मीडिया रिपोर्ट् से मुताबिक, पुलिस ने देश के तीन राज्यों में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ कार्रवाई तेज की है. जिसमें रियो, साओ पाउलो और बाहिया राज्य शामिल हैं. बताया जा रहा है कि तरस्करों के खिलाफ चलाए गए अभियान में बीते एक सप्ताह में साओ पाउलो राज्य में 16 और पूर्वोत्तर के राज्य बाहिया में 19 लोग मारे गए हैं.

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रियो राज्य पुलिस के मुताबिक, शहर के उत्तरी हिस्से में कॉम्प्लेक्सो दा पेन्हा समूह के फेवेलस में संगठित अपराध मालिकों की एक बैठक पर छापे के दौरान अधिकारियों पर गोलीबारी की गई. इसके साथ ही अधिकारियों को ब्राज़ील में कथित पुलिस दुर्व्यवहार की स्वतंत्र जांच की बढ़ती मांग का सामना करना पड़ रहा है, जहां सुरक्षा बलों पर भारी हथियारों से लैस ड्रग गिरोहों के साथ युद्ध में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने कहा कि रियो ऑपरेशन अधिकारियों को मिली खुफिया जानकारी के बाद शुरु किया गया.

राज्य पुलिस ने एक बयान में कहा कि, "जब घटनास्थल पर बंदूकधारियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया तो दोनों ओर से झड़प शुरु हो गई." जिसमें ग्यारह संदिग्ध घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन इलाज के दौरान इनमें से 9 लोगों की मौत हो गई. इस घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जिनकी हालत स्थिर बनी हुई है. रियो के फेवेला कॉम्प्लेक्स में हुई छापेमारी के दौरान स्थानीय लोग अपने घरों के अंदर छिप गए. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, इस छापेमारी के दौरान पूरे इलाके में अस्थायी बैरिकेड्स लगाए गए. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में सात असॉल्ट राइफलें, ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं.

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पुलिस ने बताया कि मृतकों में गिरोह के दो नेता भी शामिल हैं. हालांकि उन्होंने किसी गिरफ्तारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. रियो राज्य के विधायक दानी मोंटेइरो ने कहा कि यह ऑपरेशन मई 2022 में उसी फ़ेवला कॉम्प्लेक्स में छापेमारी के ठीक एक साल बाद हुआ, जिसमें 25 लोग मारे गए थे, जो शहर के इतिहास में दूसरा सबसे घातक पुलिस ऑपरेशन था. उस छापे को "नरसंहार" कहते हुए, उन्होंने रियो राज्य के गवर्नर क्लाउडियो कास्त्रो की आलोचना की, जो एक सुरक्षा कट्टरपंथी और धुर दक्षिणपंथी पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के सहयोगी थे.