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अमेरिकी थिंक टैंक का सुझाव- 100 दिनों में पीएम मोदी से मिलें नए अमेरिकी राष्ट्रपति

अमेरिकी थिंक टैंक द सेंटर फॉर स्ट्रेटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज़ (CSIS) के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ताकतवर नेता की तरह उभर रहे हैं। CSIS ने ये सुझाव दिया है कि भारत उन सभी मूलभूत संधियों पर भी हस्ताक्षर करे।

Updated on: 13 Oct 2016, 01:29 PM

नई दिल्ली:

नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा का कार्यकाल ख़त्म होने वाला है। इस बीच अमेरिका के एक टॉप थिंक टैंक ने ये सुझाव दिया है कि नए अमेरिकी राष्ट्रपति को कार्यकाल के शुरुआती 100 दिनों के अंदर पीएम नरेंद्र मोदी से मिलना चाहिए। थिंक टैंक के मुताबिक ये मुलाक़ात भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुधार लाएगी। 

अमेरिकी थिंक टैंक द सेंटर फॉर स्ट्रेटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज़ (CSIS) के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ताकतवर नेता की तरह उभर रहे हैं। CSIS ने ये सुझाव दिया है कि भारत उन सभी मूलभूत संधियों पर भी हस्ताक्षर करे। जिससे दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों में सुधार लाया जा सके।
इसके अलावा थिंक टैंक ने ये भी बताया है कि अगर भारत और अमेरिका के बीच ये संधियां नहीं होती है तो भारत अमेरिका को रक्षा संबंधी आधुनिक 'सेंसिंग', कम्प्यूटिंग और संचार सुविधाएं मुहैया नहीं करा पाएगा। जिन्हें भारत अपनी सुरक्षा के लिए बहुत ज़रूरी मानता है।
रक्षा के क्षेत्र में 100 फ़ीसदी विदेशी निवेश करने की मांग को ध्यान में रखते हुए रिपोर्ट ने दोनों देशों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत और विस्तार करना चाहिए। जो दोनों देशों के लिए काफ़ी सहयोगी साबित होगा।
सीएसआईएस ने अपनी रिपोर्ट में ये भी सिफारिश की है कि अमेरिका और भारत को पनडुब्बी सुरक्षा और पनडुब्बी रोधी युद्ध के प्रयासों के साथ संयुक्त प्रशिक्षण और कार्यक्षमता में का विस्तार करना चाहिए।