logo-image

UP: संभल से SP सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन, 94 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

UP: उत्तर प्रदेश के संभल लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का आज यानी मंगलवार को निधन हो गया. वह 94 साल के थे. सपा सांसद बर्क लंबे समय से बीमार चल रहे थे

Updated on: 27 Feb 2024, 12:59 PM

New Delhi:

UP: उत्तर प्रदेश के संभल लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का आज यानी मंगलवार को निधन हो गया. वह 94 साल के थे. सपा सांसद बर्क लंबे समय से बीमार चल रहे थे, जिसके चलते उनको मुरादाबाद स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन सुबह अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उनको बचाया नहीं जा सका. आपको बता दें कि पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी उनसे मिलने अस्तपाल पहुंचे थे. यही नहीं सपा ने उनको लोकसभा चुनाव के लिए से संभल सीट से उम्मीदवार भी बनाया था. 

यह खबर भी पढ़ें- Rajya Sabha Election 2024: अखिलेश यादव और CM योगी ने वोट डाला, सपा विधायक मनोज पांडे ने सचेतक पद से दिया इस्तीफा

शफीकुर्रहमान के राजनीतिक करियर की बात करें तो वह चार बार विधायक और पांच बार सांसद रहे. बर्क 1996 में पहली बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए थे. यही नहीं 2014 में बीजेपी की लहर के दौरान भी शफीकुर्रहमान बर्क अपनी सीट बचाने में सफल रहे थे. शफीकुर्रहमान अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते थे. इसके साथ ही मुस्लिमों के हितों को लेकर भी वह हमेशा मुखर रहते थे. 

यह खबर भी पढ़ें- Petrol Diesel Prices: देश में पेट्रोल-डीजल के भाव फिर बदले, जानें अपने शहर में ईंधन का रेट

शफीकुर्रहमान बर्क उन सांसदों में रहे हैं, जिनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तारीफ की है. पीएम मोदी ने एक बार भर सदन में उनकी जमकर तारीफ की थी, जिसके बाद पूरा सदन तालियों की गूंज उठा था. असल में मोदी सरकार ने पिछले दिनों संसद का विशेष सत्र बुलाया था. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के पहले दिन सदस्यों को संबोधित किया था. तब उन्होंने कहा था कि 93 साल की उम्र होने के बावजूद सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क इस सदन में बैठे हैं. सदन के प्रति ऐसी निष्ठा और ईमानदारी हर सदस्य के अंदर होना चाहिए. 

संभल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के निधन पर मुरादाबाद के सपा सांसद डी.आर.एस.टी. हसन ने कहा कि  बहुत ही दुखद है...वे देश के नेता थे, वे इंसाफ और हक की हमेशा बात करते थे. मजलूमों का उन्होंने हमेशा साथ दिया.