यूपी: बूचड़खाना बंद करने के विरोध में मीट व्यापारी, आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल
बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी जनता से वादा किया था कि उनकी सरकार बनते ही बूचड़खानों पर कार्रवाई होगी।
उत्तर प्रदेश:
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के एक्शन के बाद अवैध स्लॉटर हाउस (बूचड़खाना) बंद किए जा रहे हैं। लेकिन मीट बेचने वाले इस कार्रवाई के विरोध में उतर आए हैं। पूरे यूपी के मीट कारोबारियों ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का जाने का फैसला किया है।
जानकारी के मुताबिक, मीट कारोबारियों का कहना है कि वह अवैध बूचड़खानों को बंद करने के खिलाफ हैं। इसके विरोध में सभी मीट व्यापारी कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। कारोबारियों ने यह भी आरोप लगाया है कि नगर निगम उनकी दुकान का लाइसेंस रिन्यूवल नहीं कर रहा है।
लखनऊ बकरा-गोश व्यापार मंडल के मुबीन कुरैशी ने कहा, 'हमने कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठने का फैसला कर लिया है। मीट की सभी दुकानें बंद रहेंगी। मछली कारोबारियों ने भी हमारे समर्थन में हड़ताल करने का फैसला किया है।'
ये भी पढ़ें: योगी वाणी- तुलसीदास ने कभी अकबर को शंहशांह नहीं माना, उनके राजा भगवान राम थे
गौरतलब है कि यूपी का सीएम बनते ही योगी आदित्यनाथ ने अवैध बूचड़खानों को बंद करने का आदेश दिया है। बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी जनता से वादा किया था कि उनकी सरकार बनते ही बूचड़खानों पर कार्रवाई होगी। इसके साथ ही योगी पूरी तरह से एक्शन में हैं। लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमिया स्कवॉड सक्रिय है तो अब सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों के पान-मसाला खाने पर भी बैन लग गया है।
पहली बार बंद हुई टुंडे कबाब की दुकान
मुगलिया जायके की पहचान लखनऊ के मशहूर टुंडे कबाब पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। यूपी में बंद हुए अवैध स्लॉटर हाउस की वजह से पूरे प्रदेश में मीट की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इस वजह से पहली बार दुकान को बंद करना पड़ा था।
ये भी पढ़ें: यूपी सरकार हज यात्रियों के आवेदन पत्र में आधार नम्बर जोड़ने पर कर रही है विचार
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: क्यों खास है इस वर्ष अक्षय तृतीया? ये है बड़ा कारण
-
Amavasya Ke Totke: दुश्मनों से हैं परेशान या कोई फैला रहा है नेगेटिव एनर्जी, तो आज रात करें ये उपाय
-
Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार क्या है मनुष्य का असली धर्म, यहां जानिए
-
Rajarajeshwar Temple: राजराजेश्वर मंदिर की क्या है खासियत जहां पीएम मोदी ने टेका माथा