logo-image

सीएम के बेटे को आरसीए का अध्यक्ष बनाने की तैयारी, कांग्रेस के दो नेताओं में भिड़ंत

कांग्रेस के नेता रामेश्वर डूडी ने भी चुनावों का एलान कर दिया.

Updated on: 12 Sep 2019, 03:37 PM

नई दिल्ली:

बीसीसीआई ने भले ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का निलंबन भले खत्म कर दिया हो मगर एसोसिएशन का विवादों से नाता छूट ही नहीं रहा. ताजा विवाद चुनाव को लेकर है. आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी ने चुनाव का एलान किया वही कांग्रेस के नेता रामेश्वर डूडी ने भी चुनावों का एलान कर दिया. इस गुटबाजी के बीच सीएम अशोक गहलोत के बेटे बैभव गहलोत को आरसीए का अध्यक्ष बनाने की तैयारी में है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव राजसमंद जिला क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष बना दिए गए हैं. अब पूरी उम्मीद है कि उन्हें राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ाया जाए. इसके बाद वे बीसीसीआई में भी जा सकते हैं.

अभी राजसमंद जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सीपी जोशी आरसीए के अध्यक्ष हैं. हाल ही बीसीसीआइ ने आरसीए से बैन हटाया था. इसके बाद जोशी ने पद छोड़ने की घोषणा की थी, साथ ही कहा था कि 28 सितंबर तक चुनाव करा लिए जाएंगे. आरसीए के संयुक्त सचिव महेंद्र नाहर ने वैभव गहलोत को राजसमंद का कोषाध्यक्ष बनाए जाने की पुष्टि की है. वैभव का निर्वाचन निर्विरोध हुआ. राजसमंद में कोषाध्यक्ष का पद प्रदीप पालीवाल के निधन के बाद से खाली चल रहा था. आरसीए में एक बार फिर घमासान शुरु हो गया है.जोशी और रामेश्वर डूडी आमने सामने हो गए है. दोनों गुटों के अपने अपने दावें हैं.लेकिन इस बार क्रिकेट के विवादों की पिच पर दो कांग्रेस नेता ही आमने सामने हैं.

दरअसल हाल ही में पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष चुने गए हैं. लेकिन आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी गुट उनके निर्वाचन को अवैध करार दे चुका है. डूडी ने सीपी जोशी द्वारा निलंबित आरसीए सचिव रहे राजेन्द्र नांदू के जरिए क्रिकेट की पिच पर पारी की शुरुआत की. नांदू को आरसीए के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी का करीबी माना जाता है. सीपी जोशी ने फिर साफ किया कि डूडी का निर्वाचन पूरी तरह से अवैध है. वहीं दूसरी और नांदू और डूडी ने आरसीए में बैठक करके 22 सितम्बर को आरसीए के चुनाव कराए जाने का नोटिस चस्पा दिया था और अब चुनाव अलग से चुनाव कराने का एलान किया है.

पिछले करीब चार साल से ललित मोदी जब आरसीए के अध्यङ बने थे तब से ही राजस्थान क्रिकेट के बुरे दिन शुरु हो गए थे. मोदी के अध्यक्ष बनते ही बीसीसीआई ने राजस्थान क्रिकेट संघ की सदस्यता समाप्त कर दी थी. हालांकि राजस्थान में कांग्रेस आते ही सीपी जोशी आरसीए के अध्यक्ष बन गए हैं. लेकिन मोदी अभी भी नांदू के जरिए आरसीए में अपना दखल बनाए हुए हैं. सीपी जोशी का कहना है कि कुछ लोगों का क्रिकेट से कोई लेना देना नहीं है. क्रिकेट की सियासत की गुटबाजी ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस की गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट की गुटबाजी जारी है जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ रहा है. कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि सीएम गहलोत अपने बेटे वैभव गहलोत को आरसीए का अध्यक्ष बनाना चाहते है