Assam: असम में मूक-बधिर लोगों ने गाया राज्य गान, बनाया नया रिकॉर्ड
Assam: असम में मूक-बधिर लोगों ने एक नया रिकॉर्ड बनाया. इन लोगों ने असम राज्य गान गाकर ये रिकॉर्ड बनाया.
नई दिल्ली:
Assam: असम में मूब-बधिर लोगों ने राज्य गान गाकर नया रिकॉर्ड बना दिया. इस बारे में असम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने एक आधिकारिक बयान में जानकारी दी. जिसमें कहा गया कि टच ऑफ ह्यूमैनिटी-लेट्स बी ह्यूमन (एनजीओ) द्वारा आयोजित असम राज्य गान, "ओ मुर अपुनार डेक्स" का प्रदर्शन करके मूक-बधिर लोगों ने एक रिकॉर्ड बनाया. इसमें कहा गया कि, TANMI, ए टच ऑफ ह्यूमैनिटी-लेट्स बी ह्यूमन (NGO), असम एसोसिएशन ऑफ डेफ, NERIM ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय असम सरकार की पहल ने असम के प्रदर्शन को व्यवस्थित करने का रिकॉर्ड बनाया. बता दें कि असम राज्य गान "ओ मुर अपुनार डेक्स" में 1010 मूक-बधिर व्यक्तियों ने गाकर रिकॉर्ड बना दिया.
ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir: पुंछ में बड़ी आतंकी साजिश नाकाम, सर्च ऑपरेशन के दौरान 7 IED और वायरलेस सेट बरामद
बयान में कहा गया कि यह उल्लेखनीय कार्यक्रम सांकेतिक भाषा सीखने के महत्व को बढ़ावा देने वाले भव्य जागरूकता अभियान का हिस्सा था. इस पहल का आयोजन टच ऑफ ह्यूमैनिटी-लेट्स बी ह्यूमन (एनजीओ) द्वारा किया गया था और इसे बाकी संगठनों से समर्थन मिला. बता दें कि सोमवार को एनईआरआईएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, जयानगर, खानापारा, गुवाहाटी में एनजीओ की चौथी वर्षगांठ सह स्थापना दिवस का आयोजन किया गया. वहीं हीरक ज्योति बोरा ने असम के मुख्यमंत्री को उनके समर्थन और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया.
उन्होंने कहा कि, "हम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, असम सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री पीयूष हजारिका को उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं. हम अपने सहयोगियों असम एसोसिएशन ऑफ द डेफ, एनईआरआईएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, बीडीएस- सरकार को भी धन्यवाद देते हैं."
ये भी पढ़ें: Rajasthan: कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, पूर्व मंत्री राजेंद्र यादव समेत 32 नेता बीजेपी में शामिल
हीरक ज्योति बोरा ने कहा, "स्कूल ऑफ हियरिंग इंपेयर्ड, दखिन कामरूप डेफ स्कूल को उनके अत्यधिक समर्थन के लिए धन्यवाद, जिसके बिना यह संभव नहीं होता. हम राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और विश्व रिकॉर्ड जैसी आगे की मान्यता के लिए आगे बढ़ेंगे." बोराह ने इस आयोजन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए सांकेतिक भाषा को बढ़ावा देने और बधिर और मूक समुदाय के अधिकारों को सुरक्षित करने पर जोर दिया.
सांकेतिक भाषा को बढ़ावा देना कार्यक्रम का उद्देश्य
हीरक ज्योति बोरा ने कहा कि, "इस कार्यक्रम का आयोजन सांकेतिक भाषा को बढ़ावा देने और मूक-बधिर समुदाय को वे अधिकार प्रदान करने के लिए असम सरकार के साथ-साथ भारत सरकार और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया गया था, जिनसे वंचित किया जा रहा था."
ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: TMC ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट, सारी 42 सीटों पर अकेले लड़ेगी चुनाव
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
TMKOC के को-स्टार समय शाह को याद आई सोढ़ी की आखिरी बातचीत, डिप्रेशन की खबरों पर तोड़ी चुप्पी
-
The Lion King Prequel Trailer: डिज़्नी ने किया सिम्बा के पिता मुफासा की जर्नी का ऐलान, द लायन किंग प्रीक्वल का ट्रेलर लॉन्च
-
Priyanka Chopra: शूटिंग के बीच में प्रियंका चोपड़ा नेशेयर कर दी ऐसी सेल्फी, हो गई वायरल
धर्म-कर्म
-
Weekly Horoscope 29th April to 5th May 2024: सभी 12 राशियों के लिए नया सप्ताह कैसा रहेगा? पढ़ें साप्ताहिक राशिफल
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Puja Time in Sanatan Dharma: सनातन धर्म के अनुसार ये है पूजा का सही समय, 99% लोग करते हैं गलत
-
Weekly Horoscope: इन राशियों के लिए शुभ नहीं है ये सप्ताह, एक साथ आ सकती हैं कई मुसीबतें