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ठगी की आदत ने ली शमशाद की जान, वारदात के 14 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा

बुधवार सुबह झारखंड के रामगढ़ से खबर आई कि मॉब लिचिंग में एक व्यक्ति की जान ले ली गई. वहीं, मामले पर नया अपडेट सामने आया है, जिसमें पता चला है कि ठगी करने की आदत ने शमशाद अंसारी की जान ले ली.

Updated on: 23 Aug 2023, 07:55 PM

highlights

  • रामगढ़ मॉब लिंचिंग में पुलिस का खुलासा
  • ठगी करने की आदत ने ली जान
  • दो बार जेल जा चुका था शमशाद

Ramgarh:

बुधवार सुबह झारखंड के रामगढ़ से खबर आई कि मॉब लिचिंग में एक व्यक्ति की जान ले ली गई. वहीं, मामले पर नया अपडेट सामने आया है, जिसमें पता चला है कि ठगी करने की आदत ने शमशाद अंसारी की जान ले ली. वह हर जगह नटवरलाल की तरह घूमता था और लोगों को ठगने का काम करता था. यही वजह थी कि सिकनी में भी जब उसने एक वृद्ध व्यक्ति से 22000 रुपए की ठगी कर ली, तो गांव वाले उग्र हो गए और उसकी पिटाई कर दी. शमशाद अंसारी के मौत के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. इस बात का खुलासा बुधवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रामगढ़ एसपी पीयूष पांडे ने किया है. 

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दो बार जेल जा चुका था शमशाद

उन्होंने बताया कि सिकनी गांव में मंगलवार को शमशाद अंसारी जब गया था, तो उसने जयधन महतो को इस बात का झांसा दिया कि उनका बेटा किसी उलझन में फंस गया है. उसे बचाने के लिए पैसे की आवश्यकता है. गांव वालों को जब उसे ठग के बारे में पता चला तो वे उसे ढूंढे और उसकी पिटाई कर दी. हालांकि इस दौरान ग्रामीणों के द्वारा उसे ठग के बारे में पुलिस को सूचना भी दी गई थी. यह पूरी वारदात 10-15 लोगों के द्वारा मिलकर की गई है. इसमें किसी भी तरह से मॉब लिंचिंग जैसी कोई बात नहीं है. एसपी ने बताया कि शमशाद अंसारी का आपराधिक इतिहास रहा है. वह पहले गोला और पतरातू क्षेत्र में चिंताई और ठगी के मामले में जेल जा चुका था.

गिरफ्तार लोगों के नाम

एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में सिकनी गांव के पूरन महतो, भुवनेश्वर महतो, हीरालाल महतो, बालेश्वर महतो और अरविंद महतो शामिल हैं. जिस वक्त शमशाद अंसारी की पिटाई की गई थी, यह लोग वहां मौजूद थे. इस वारदात में कुछ और लोगों की भी पहचान की गई है, जिनकी गिरफ्तारी शीघ्र कर ली जाएगी.

गलत खबर फैलाने वालों पर पुलिस की नजर

एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि सोशल मीडिया और कुछ अन्य मीडिया में इस घटना को लेकर मॉब लिंचिंग की बात की जा रही है. कुछ स्थानों पर इसे प्रचारित भी किया जा रहा है, लेकिन पुलिस की नजर हर उस बिंदु पर है. शमशाद अंसारी की मौत जरूर हुई है, लेकिन यह वारदात मॉब लिंचिंग की नहीं है. एसपी ने बताया कि इस कांड को मॉब लिंचिंग की श्रेणी में रखना उचित नहीं होगा. साथ ही भ्रामक खबर फैलने से पूरे क्षेत्र में अशांति पैदा होगी और कुछ सामाजिक तत्वों द्वारा इसका गलत फायदा उठाकर समाज में भ्रम फैलाया जा सकता है. जिससे विभिन्न समुदायों के बीच तनाव और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.