अमरनाथ यात्रा : भक्तों को बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए मिलेगा कम वक्त, गुफा के पास रुकने की भी इजाजत नहीं
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने बाबा बर्फानी के दर्शन के संबंध में बड़ा फैसला लिया है. बाबा अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने हालिया हादसे को देखते हुए भक्तों की भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए बड़ा फैसला लिया है.
श्रीनगर:
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने बाबा बर्फानी के दर्शन के संबंध में बड़ा फैसला लिया है. बाबा अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने हालिया हादसे को देखते हुए भक्तों की भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए बड़ा फैसला लिया है. इस फैसले के मुताबिक अब भक्तों के लिए अमरनाथ गुफा के पास रुकने की व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त कर दी जाएगी. साथ ही भीड़ को कम करने के लिए दर्शन के समय में भी कटौती का फैसला लिया गया है. नए नियम के बाद अब बाबा बर्फानी के भक्त शाम 6 बजे की बजाय 4 बजे तक ही दर्शन कर सकेंगे. इसके साथ ही भक्तों को ठहरने के लिए टेंट लगाने वालों को भी गुफा से दूर टेंट लगाने का निर्देश जारी किया गया है.
4 बजे शाम के बाद पहुंचने पर नहीं कर पाएंगे दर्शन
दरअसल, अमरनाथ गुफा के पास ज्यादातर वक्त शाम को ही मौसम बदलता है. लिहाजा, किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में कम नुकसान को कम से कम करने के लिए श्राइन बोर्ड ने बाबा बर्फानी के दर्शन के नियम में बदलाव किए हैं. श्राइन बोर्ड की ओर से जारी नई गाइडलाइन में श्रद्धालुओं से साफ तौर पर कहा गया है कि अब वे बालटाल मार्ग और पहलगाम मार्ग पर पंचतरणी से आगे तभी यात्रा शुरू करें, जब वे शाम चार बजे तक गुफा में दर्शन कर सकें. इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों को भी निर्देश दिया गया है कि नई गाइडलाइन के हिसाब से यात्रा की अनुमति देने के निर्देश दिए गए हैं. सुरक्षाकर्मियों को साफ और सख्त निर्देश दिया गया है कि यदि कोई श्रद्धालु निर्धारित समय के बाद भवन पर पहुंचता है, तो उसे वापस भेज दिया जाए, क्योंकि अब श्रद्धालुओं के लिए गुफा के पास ठहरने की व्यवस्था खत्म कर दी गई है. ऐसे में श्रद्धालुओं को वापस पंचतरणी या बालटाल मार्ग पर किसी शिविर में शरण लेनी पड़ सकती है.
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बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में 15 श्रद्धालुओं की हुई थी मौत
दरअसल, पिछले दिनों बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में कई लोगों की जानें चली गई थी. इस हादसे के बाद चार दिन से गांदरबल जिले में बालटाल मार्ग पर यात्रा निलंबित कर दी गई थी. अब दोबारा मंगलवार को फिर से अमरनाथ यात्रा शुरू होने के साथ ही अधिकारियों ने नए नियम की जानकारी दी है. गौरतलब है कि अमरनाथ गुफा के नजदीक 8 जुलाई को बादल फटने पर हुई भीषण बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 30 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं. पहलगाम मार्ग पर अमरनाथ यात्रा सोमवार को शुरू कर दी गई थी.
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