दिल्ली-NCR में बाढ़ के बाद Eye Flu के बढ़े मामले, ऐसे करें अपना बचाव
दिल्ली-NCR में Eye Flu के मामलों में तेजी देखने को मिली है. बाढ़ के बाद इस तरह केस अचानक बढ़ जाते हैं. ऐसे में हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है.
नई दिल्ली:
इस समय दिल्ली-एनसीआर में आई फ्लू का प्रकोप है. अचानक इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. एक आंकड़े के अनुसार, अस्पतालों में रोजना इससे जुड़े तीन से चार मामले सामने आ रहे हैं. इस बार दिल्ली में भारी बारिश के बाद बाढ़ के कारण जगह-जगह पर जलजमाव की स्थिति देखी गई. ऐसे में मॉनसून के मौसम में डेंगू के साथ आंखों के संक्रमण के मामलों में बढ़े हैं. दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का पानी भरा हुआ. ऐसे में एमसीडी की टीम लगातार कॉलोनियों का निरीक्षण कर रही है. जरूरत पड़ने पर वह कार्रवाई भी कर रही है. इसके साथ लोगों को पानी जमा करने से रोकने की हिदायत दे रही है।
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
डॉक्टर नवीन मिश्रा के अनुसार, इस समय पिंक आई के मामले में तेजी बढ़ हैं. इनमें आंखें लाल होने के साथ सूजन और हल्का दर्द महसूस होता है. आंखों से पानी आना और सिरदर्द की शिकायत रहती है. ये इसके खास लक्षण होते हैं. ऐसे हालात में किसी तरह के आई ड्रॉप का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.
क्यों कहते हैं कंजंक्टिवाइटिस
इस बीमारी का नाम कंजंक्टिवाइटिस इसलिए रखा गया है क्योंकि आंख का सफेद हिस्सा और पलकों की सतह कंजंक्टिवा नाम की पतली परत से ढकी होती है. इसी झिल्ली में अगर सजून आती है या यह लाल पड़ जाती है तो उसे कंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है. मॉनसून में वायरस और बैक्टीरिया के कारण संक्रमण होने का खतरा बना रहता है. इसके लिए तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना उचित है. अगर आप डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पा रहे हैं तो इस मामले में आइस पैक से लाभ होगा. आखों की ड्रॉप लेने से डॉक्टरों की सलाह जरूर ले लें.
इस तरह से करें अपना बचाव
- हाथों को बार-बार साबुन और पानी से कम से कम 2 मिनट तक धोएं. खास तौर पर मेट्रो में यात्रा करते वक्त या रेल यात्रा करते समय, अस्पताल जाते समय बिना हाथ धोए आंखों को बिल्कुल न छुएं. अपनी जेब में हैंड सैनिटाइजर जरूर रखें.
- सैनिटाइजर से ज्यादा साबुन से हाथ धोना ज्यादा बेहतर है. सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने के बाद उसे कुछ समय दें. यह समय कम से कम एक मिनट का जरूर होना चाहिए.
- किसी संक्रमित शख्स के तौलिए, रूमाल या बिस्तर को साझा बिल्कुल न करें.
- हाथ मिलाने के बजाए भारतीय नमस्ते बेहतर है.
- कॉन्टैक्ट लेंस के प्रयोग से बचें. इसकी बजाय कुछ वक्त के लिए चश्मे का उपयोग करें. इससे ज्यादा सुरक्षा मिलती है.
- लक्षणों सामने आने पर जल्द ही किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें.
- महामारी खत्म होने तक संभव हो सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचना चाहिए. खासकर सार्वजनिक स्विमिंग पूल से दूर रहें.
- कंजंक्टिवाइटिस होने पर चश्मे का ज्यादा उपयोग करें, इससे आपके साथ रहने वाले परिवार के सदस्यों का बचाव हो सकेगा. यह बीमारी फैलने से रुक जाएगी.
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