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मुजफ्फरपुर में जन्माष्टमी की धूम, इन मंदिरों में हो रही जबरदस्त तैयारी

आज देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी क्रम में मुजफ्फरपुर के हरिसभा चौक स्थित राधा-कृष्ण समेत अन्य मठ-मंदिरों में उत्सव का माहौल है.

Updated on: 06 Sep 2023, 03:03 PM

highlights

  • मुजफ्फरपुर में जन्माष्टमी की धूम
  • मंदिरों में हो रही जबरदस्त तैयारी
  • सुरक्षा को लेकर पुलिस भी सख्त

 

 

Muzaffarpur:

आज देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी क्रम में मुजफ्फरपुर के हरिसभा चौक स्थित राधा-कृष्ण समेत अन्य मठ-मंदिरों में उत्सव का माहौल है. बता दें कि हरिसभा चौक स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में दो महीने पहले ही जीर्णोद्धार कार्य के साथ जन्माष्टमी की तैयारी शुरू हो गयी थी. बता दें कि साहू पोखर स्थित फलाहारी बाबा मठ और गोला रोड स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर में भव्य आयोजन किया जाएगा. विभिन्न सार्वजनिक एवं निजी स्थानों पर पूजा की विशेष व्यवस्था की गयी है. वहीं शहर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा. राधा-कृष्ण मंदिर में जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा घरों में भी श्रद्धालु व्रत रखेंगे और लड्डू गोपाल की पूजा करेंगे.

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ग्रामीण क्षेत्रों में भी हो रही तैयारियां

आपको बता दें कि श्री कृष्ण जन्मोत्सव को लेकर ग्रामीण इलाकों में तैयारियां जोरों पर हैं. उधर, प्रखंड के मुशहरी, कुढ़नी, कांटी, साहेबगंज, सरैया, पारू, गायघाट, बोचहां समेत अन्य प्रखंडों में सार्वजनिक व निजी स्थानों पर पंडालों का निर्माण व साज-सज्जा का कार्य पूरा कर लिया गया है. जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं की टोली द्वारा मटका फोड़ कार्यक्रम भी आयोजित किया जायेगा.

व्रत रखने में महिलाओं की लगी लंबी कतार

इसके साथ ही आपको बता दें कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर ज्यादातर महिलाएं व्रत रखेंगी और विधि-विधान से पूजा करेंगी. निजी और सरकारी स्कूलों में एक दिन पहले ही श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया और इसके चलते बुधवार को निजी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई. बता दें कि कृष्ण जन्माष्टमी के दिन रद्द की गई छुट्टी बहाल होने से सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों में खुशी का माहौल है. कई गुरुओं ने कहा कि, अब भगवान कृष्ण की पूजा करना और व्रत रखना आसान हो जाएगा.

आपको बता दें कि जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर मंदिरों में धनिये की पंजीरी, लड्डू समेत कई तरह के प्रसाद बनाए जाते हैं. यह प्रसाद मंदिरों और घरों में भगवान को चढ़ाया जाता है, बुजुर्ग महिलाएं कई दिनों से इसकी तैयारी में लगी हुई थीं. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व भी बहुत महत्व रखते हैं.

जनमाष्टमी पर प्रसाद खाने के फायदे

आपको बता दें कि आयुर्वेद चिकित्सक वैद्य ललन तिवारी ने बताया कि भगवान को धनिये की पंजीरी का प्रसाद चढ़ाया जाता है. वहीं धनिया से पेट ठंडा रहता है. इससे थायराइड रोग ठीक हो जाता है। उन्होंने कहा कि आटा-चावल के लड्डू के भी कई फायदे हैं. इससे भूख बढ़ती है. बता दें कि, केला के प्रसाद का भी महत्व है.वहीं उपवास में शरीर को पौष्टिकता प्रदान करता है.