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'हम' कार्यकर्ताओं ने सीएम की बुद्धि-शुद्धि के लिए किया हवन, कार्यकर्ता बोले- 'दलितों का हुआ अपमान'

बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण पर ऐसा बयान दिया है, जिसका लोगों ने जमकर विरोध किया.

Updated on: 10 Nov 2023, 06:18 PM

highlights

  • 'हम' कार्यकार्ताओं ने सीएम की बुद्धि शुद्धि के लिए किया हवन
  • कार्यकर्ता बोले- 'दलितों का हुआ अपमान'
  • 'हम' पार्टी के कार्यकर्ताओं कि मांग मुख्यमंत्री मांगें माफी

Gopalganj:

Bihar Politics: बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती नजर आ रही है. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण पर ऐसा बयान दिया है, जिसका लोगों ने जमकर विरोध किया. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 'हम' (सेक्युलर) पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गायत्री मंदिर में हवन कर पूजा-अर्चना की. बता दें कि गोपालगंज के गायत्री मंदिर में आयोजित हवन में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए और पूरे विधि-विधान के साथ हवन किया गया. वहीं हम पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह राणा ने इसको लेकर कहा कि, ''हाल के दिनों में जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान सामने आए हैं, उससे पता चलता है कि उनकी बुद्धि खराब हो गई है.''

साथ ही आगे उन्होंने कहा कि, ''पहले उन्होंने सदन में अभद्र भाषा का प्रयोग कर महिलाओं का अपमान किया और फिर कल सदन में ही दिग्गज पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के साथ भी उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग कर दलितों का अपमान किया, जो गलत है. भरे सदन में इस तरह के शब्द उचित नहीं है.'' वहीं, हवन पूजा में शामिल ''हम'' पार्टी के दलित कार्यकर्ताओं ने इसको लेकर कहा कि, ''मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी पर ऐसे शब्दों का प्रयोग कर सभी दलितों का अपमान किया है. दलित कार्यकर्ताओं ने सीएम नीतीश कुमार से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से तुरंत माफी मांगने की मांग की है.'' 

इसके साथ ही आपको बता दें कि हवन करा रहे पंडित जीतू तिवारी ने बताया कि, ''सीएम नीतीश कुमार की बुद्धि-शुद्धि के लिए विशेष हवन का आयोजन किया गया है, शायद इससे सीएम नीतीश कुमार की बुद्धि-शुद्धि में मदद मिलेगी. वहीं हवन में बड़ी संख्या में हम पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे और सभी लोग नीतीश कुमार के बयान से आहत थे.''

जानें पूरा मामला

आपको बता दें कि गुरुवार को बिहार विधानसभा में जाति सर्वेक्षण और आरक्षण का दायरा बढ़ाने पर चर्चा हुई, इस दौरान सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बीच तीखी बहस हुई. चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि, ''हम नहीं मानते कि बिहार की जातीय जनगणना सही तरीके से हुई है. अगर आंकड़े गलत होंगे तो लाभ सही लोगों तक नहीं पहुंच पायेगा.'' इसी बीच नीतीश अचानक गुस्से में आ गए और बोले, ''इस आदमी (मांझी) को कुछ पता है क्या? हमने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था. दो महीने में ही मेरी पार्टी के लोग कहने लगे कि, हटाओ इसे, इसमें कुछ गड़बड़ है और फिर हम मुख्यमंत्री बन गए.'' साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, ''ये सब जगह कहता रहता है कि ये मुख्यमंत्री, क्या ये मुख्यमंत्री था? ये मेरी मूर्खता से सीएम बना.'' नीतीश ने आगे कहा कि, ''ये (मांझी) गवर्नर बनना चाहता है.''