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Bihar Politics: लालू यादव की जमानत के खिलाफ SC में दायर याचिका की क्या है वजह?

चारा घोटाला मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को कोर्ट के द्वारा सजा मिल चुकी है. आधी सजा काटने के कारण उनको झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिली.

Updated on: 19 Aug 2023, 04:12 PM

highlights

  • केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही सरकार: RJD 
  • तोते के रूप में एजेंसियां का उपयोग: JDU
  • लालू यादव कर ले कितनी भी कोशिश मोदी का मुकाबला नहीं : BJP

Patna:

चारा घोटाला मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को कोर्ट के द्वारा सजा मिल चुकी है. आधी सजा काटने के कारण उनको झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिली. जमानत में यह भी तर्क दिया गया था कि लालू प्रसाद यादव की तबीयत बहुत खराब है. सिंगापुर में लालू प्रसाद यादव का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ. अब धीरे-धीरे लालू प्रसाद यादव स्वस्थ हो रहे हैं और राजनीति में भी सक्रिय दिखने लगे हैं. अब एक बार फिर से उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की गई है कि उनकी जमानत याचिका रद्द कर दी जाए.

केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही सरकार: RJD 

RJD का मानना है कि जब-जब चुनाव का समय आता है और जब-जब लालू प्रसाद यादव केंद्र सरकार को चुनौती देते हैं उसी समय इनको परेशान करने की साजिश की जाती है. लालू यादव को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग सरकार कर रही है, लेकिन आरजेडी इन सब से डरने वाली नहीं है. यह कहना है  RJD के विधायक भाई वीरेंद्र का. जब से विपक्षी दलों का गठबंधन बना है तब से बीजेपी लालू प्रसाद यादव से डर गई है. यही कारण है कि केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को परेशान करने का प्रयास किया जा रहा है. बीजेपी के लोग विरोधियों को परेशान करने के लिए छापेमारी करवाती है. भ्रष्टाचार की बात बोलने वाले बीजेपी के लोग यह नहीं बता पाते हैं कि जिसके बारे में 70,000 करोड़ का घोटाला का आरोप लगाते हैं उसी को अपने पार्टी में शामिल करा कर उसे पाक साफ कर देते हैं.

तोते के रूप में एजेंसियां का उपयोग: JDU

वहीं, JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सीबीआई द्वारा लालू प्रसाद यादव के मामले में फिर से अपील दायर करने पर कहा कि केंद्र सरकार अपने तोते के माध्यम से फिर से लोगों को परेशान कर रही है. वह लोग पहले से ही कहते आ रहे हैं कि केंद्र सरकार की जो एजेंसियां हैं उसका तोते के रूप में उपयोग किया जाता रहा है फिर से उसको सक्रिय कर दिया गया है. ललन सिंह ने भ्रष्टाचार के मामले में प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी ने एक नए तरीके का वाशिंग मशीन का निर्माण किया है, जिसमें भ्रष्टाचारी को डालते ही वह पाक साफ हो जाता है. उन्होंने भाजपा को सलाह दी कि इस वाशिंग मशीन का ब्रांडिंग प्रधानमंत्री को पूरे दुनिया में करना चाहिए.

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लालू यादव कर ले कितनी भी कोशिश मोदी का मुकाबला नहीं : BJP

महागठबंधन के दोनों प्रमुख घटक दल RJD और JDU केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है कि विरोधियों को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. बीजेपी का मानना है कि विपक्षी दल अपनी अपनी सुविधा के अनुसार राजनीति कर रही है. बीजेपी के विधान पार्षद जीवन कुमार ने कहा कि जिन मामलों में केंद्रीय एजेंसियों या न्यायालय के द्वारा उनको राहत मिलती है तब वह एजेंसी या न्यायालय सही काम कर रही है, लेकिन जब कोई निर्णय इन लोगों के खिलाफ होता है तब यह लोग केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग की बात करने लगते हैं. जीवन कुमार ने कहा कि न्यायालय एवं केंद्रीय एजेंसियां नियम सम्मत कार्रवाई करती है. जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी. विपक्ष को इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. जीवन कुमार ने लालू यादव के राजनीतिक सक्रियता पर कहा कि लालू यादव जब पूरी तरीके से स्वस्थ थे तब बिहार में 50 से नीचे सीटों पर सिमट गए थे. लालू यादव कितना भी राजनीतिक रूप से सक्रिय हो जाएं 2024 के चुनाव में विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला नहीं कर सकेगा.

सुप्रीम कोर्ट क्या लेगा निर्णय? 

चारा घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा सुप्रीम कोर्ट में उनकी जमानत रद्द करने की याचिका पर फिर से सियासत हो रही है. RJD और JDU का साफ तौर पर मानना है कि लालू यादव की सक्रियता के कारण बीजेपी में घबराहट बढ़ गई है. इन लोगों को इस बात का अंदेशा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव तक केंद्रीय एजेंसियों की सक्रियता और बढ़ेगी, लेकिन जिस तरीके से सीबीआई ने अचानक लाल यादव की जमानत याचिका खारिज करने की मांग की है उस सियासत होना लाजमी है. हर राजनीतिक दल अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार राजनीति करती है. अब देखना होगा की सीबीआई की अपील पर सुप्रीम कोर्ट क्या निर्णय लेता है.

रिपोर्ट : आदित्य झा