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'इलेक्टोरल बॉन्ड' को लेकर JDU का बड़ा दावा, बिहार में सियासी हलचल तेज

बिहार लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बुधवार (24 अप्रैल) को पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार और राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने जेडीयू प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

Updated on: 24 Apr 2024, 05:11 PM

highlights

  • इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर JDU का दावा
  • कहा- 'शराब कंपनियों से लालू यादव को मिला करोड़ों का चंदा'
  • बिहार में सियासी हलचल तेज 

Patna:

JDU Attacked on Lalu Prasad Yadav: बिहार लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बुधवार (24 अप्रैल) को पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार और राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने जेडीयू प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान दोनों नेताओं ने 'इलेक्टोरल बॉन्ड' को लेकर एक बड़ा दावा कर दिया है. जेडीयू नेताओं ने लालू यादव पर शराब कंपनियों से करोड़ों रुपये का चंदा लेने का आरोप लगाया है.

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जेडीयू नेता नीरज कुमार का RJD को लेकर बड़ा बयान 

आपको बता दें कि नीरज कुमार ने कहा है कि, ''तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद यादव ह्यूमन चेन एवं शराबबंदी की शपथ में शामिल होते हैं और शराब कंपनियों से करोड़ों का चंदा लेते हैं. जुलाई 2023 से जनवरी 2024 तक आरजेडी को कुल 70 करोड़ रुपये का 'इलेक्ट्रोल बॉन्ड' आया. आरजेडी ने 46 करोड़ 64 लाख रुपये शराब कंपनियों से इलेक्ट्रोल बॉन्ड के रूप में चंदा लिया. शराब व्यापारियों से क्या डील हुई थी यह तेजस्वी को बताना चाहिए. ये शराब की कंपनी बंगाल की थी, जिनसे आरजेडी को करोड़ों का एलेक्ट्रोरेल बॉन्ड मिला था.''

इसके साथ ही आगे नीरज कुमार ने कहा कि, ''तेजस्वी शराब कंपनियों के साथ लुकाछिपी का खेल खेल रहे थे. तेजस्वी यादव बताएं कि शराब कंपनियों से बिहार में शराब खुलवाने के नाम पर कितने की डील हुई थी? 2023-24 में जिस शराब कंपनी का प्रॉफिट 13.78 करोड़ है वह आरजेडी को 46 करोड़ चंदा दे रही है. शराबबंदी कानून मानव सूचकांक को बेहतर बनाने के लिए बनाया गया है, लेकिन तेजस्वी यादव ने महिला, युवाओं के हितों की अनदेखी करते हुए शराब कंपनियों से डील की.''

'...नहीं तो जेडीयू की ओर से किए जाएंगे और खुलासे' - राजीव रंजन 

वहीं आपको बता दें कि राजीव रंजन ने इसको लेकर कहा कि, ''12 अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 तक जेडीयू को केवल 14 करोड़ इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में मिले. तेजस्वी बताएं कि आखिर शराब कंपनियों ने उन्हें यह चंदा क्यों दिया नहीं तो इस मामले में आगे और खुलासे जेडीयू की ओर से किए जाएंगे.''