logo-image

Bharat Ratna Award 2024: एक महीने में मोदी सरकार ने दिए पांच भारत रत्न, जानें कौन-कौन शामिल

Bharat Ratna Award: मोदी सरकार ने एक महीने के अंदर देश की पांच महान विभूतियों को भारत रत्न देने का किया ऐलान.

Updated on: 09 Feb 2024, 03:36 PM

New Delhi:

Bharat Ratna Award: देश के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को एक साथ भारत रत्न देने का ऐलान किया है. खास बात यह है कि बीते एक महीने के अंदर देश में एक दो नहीं बल्कि 5 लोगों को इस सर्वोच्च सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा हुई है. बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार मई 2024 में अपना दूसरा कार्यकाल यानी 10 वर्ष का समय पूरा कर रही है. 

इससे पहले मोदी सरकार के देश की बड़ी विभूतियों को सम्मानित करने का प्रयास कर रही है. आइए जानते हैं कि बीते एक महीने के अंदर कितने लोगों को भारत रत्न पुरस्कार दिया गया है और बीते 10 वर्षों में मोदी सरकार ने कितने लोगों को इस सम्मान से नवाजा है. 

एक महीने में इन 5 लोगों को भारत रत्न सम्मान
मोदी सरकार की ओर से बीते एक महीने के अंदर ही देश की पांच विभूतियों को देश के सबसे बड़े सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा की गई है. इसके तहत सबसे पहले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया था. ये ऐलान 23 जनवरी 2024 को किया गया था. जबकि इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और देश के पूर्व गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न दिए जाने का ऐलान किया गया. 

ये ऐलान 3 फरवरी 2024 को किया गया. इसके एक हफ्ते के अंदर ही मोदी सरकार की ओर से देश की तीन और महान विभूतियों को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है. इनमें पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, पूर्व पीएम नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन का नाम शामिल है. इन तीनों ही नामों की घोषणा 9 फरवरी 2024 को की गई है. 

मोदी सरकार ने 10 वर्ष में 10 लोगों को दिया भारत रत्न
भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 20214 में देश के केंद्र में सत्ता पर कब्जा जमाया. तब से लेकर अबतक 10 लोगों को भारत रत्न पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. सत्ता पर काबिज होने के बाद मोदी सरकार ने सबसे पहले 2015 में भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को इस सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा की. 

इसके बाद उसी वर्ष बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के संस्थापकर पं. मदन मोहन मालवीय को भी भारत रत्न देने का ऐलान किया गया. इसके बाद 2019 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भारत देने का ऐलान किया गया. वहीं नाना जी देशमुख और असम के पार्श्व गायक, गीतकार, संगीतकार  भूपेन हजारिक को भी भारत रत्न दिए जाने की घोषणा की गई. 

यह भी पढ़ें - पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक स्वामीनाथन को मिलेगा भारत रत्न

कौन होता है भारत रत्न का पात्र
भारत सरकार की ओर से किसी भी क्षेत्र में अहम योगदान को लेकर देश के इस सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जाता है. इसे देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान के रूप में देखा जाता है. भारत में अब तक 53 लोगों को भारत रत्न दिया गया है. 

सबसे पहले किसे मिला भारत रत्न
देश के सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान की बात करें तो यह 1947  में आजादी के बाद सबसे पहले सात वर्ष बात दिया गया. 1954 में देश में पहली बार इस सम्मान की घोषणा हुई. ये अवॉर्ड चक्रवर्ती राजागोपालाचारी, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ. सीवी रमन को दिया गया. 

क्या है भारत रत्न सम्मान की राशि
दरअसल भारत रत्न के सम्मान में कोई भी आर्थिक राशि शामिल नहीं होती है. इसमें राष्ट्रपति की ओर से हस्ताक्षर किया गया एक सर्टिफिकेट यानी प्रमाण पत्र दिया जाता है. इसके साथ एक मेडल भी प्रदान किया जाता है. 

भारत रत्न पुरस्कार लेने वाले के लिए क्या है नियम
भारत रत्न को जैसा की पहले ही बताया गया है कि यह देश का सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान है. ऐसे में इसके लिए कुछ खास नियम है. दरअसल भारतीय संविधान के अनुच्छेद 18(1) के तहत कोई भी व्यक्ति इस पुरस्कार को हासिल करने के बाद उसे अपने नाम के साथ उपसर्ग या प्रत्यय के रूप में उपयोग नहीं कर सकता है. हालांकि भारत रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाला अपने लेटर हेड या फिर विजिटिंग कार्ड पर 'भारत रत्न प्राप्त करता या भारत रत्न सम्मानित'  लिख सकता है. 


देश में अबतक इन 53 लोगों को मिला भारत रत्न

1. चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (1954): 
2. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1954): 
3. डॉ. सीवी रमन (1954): 
4. डॉ. भगवान दास (1955): 
5. डॉ. एम विश्वेश्वरैया (1955): 
6. पंडित जवाहरलाल नेहरू (1955): 
7. पंडित गोविंद बल्लभ पंत (1957): 
8. डॉ धोंडो केशव कर्वे (1958):
9. डॉ बिधान चंद्र रॉय (1961): 
10. पुरूषोत्तम दास टंडन (1961):
11. डॉ. राजेंद्र प्रसाद (1962):
12. डॉ. ज़ाकिर हुसैन (1963): 
13. डॉ. पांडुरंग वामन काणे (1963): 
14. लाल बहादुर शास्त्री (मरणोपरांत, 1966): 
15. इंदिरा गांधी (1971):
16. वीवी गिरि (1975): 
17. के कामराज (मरणोपरांत, 1976): 
18. मदर टेरेसा (1980): 
19. आचार्य विनोबा भावे (1983): 
20. खान अब्दुल गफ्फार खान (1987): 
21. एमजी रामचंद्रन (मरणोपरांत, 1988): 
22. डॉ. बीआर अंबेडकर (मरणोपरांत, 1990): 
23. नेल्सन मंडेला (1990): 
24. राजीव गांधी (मरणोपरांत, 1991):
25. सरदार वल्लभभाई पटेल (मरणोपरांत, 1991): 
26. मोरारजी देसाई (1991): 
27. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (मरणोपरांत, 1992): 
28. जेआरडी टाटा (1992): 
29. सत्यजीत रे (1992): 
30. गुलजारीलाल नंदा (1997): 
31. अरुणा आसफ अली (1997): 
32. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम (1997): 
33. एमएस सुब्बुलक्ष्मी (1998): 
34. चिदम्बरम सुब्रमण्यम (1998): 
35. जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत, 1999): 
36. प्रोफेसर अमर्त्य सेन (1999):
37. लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरांत, 1999): 
38. पंडित रविशंकर (1999): 
39. लता मंगेशकर (2001): 
40. उस्ताद बिस्मिल्लाह खान (2001): 
41. पंडित भीमसेन जोशी (2009) : 
42. प्रोफेसर सीएनआर राव (2014): 
43. सचिन तेंदुलकर (2014): 
44. अटल बिहारी वाजपेई (2015): 
45. पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत, 2015): 
46. ​​नानाजी देशमुख (मरणोपरांत, 2019): 
47. डॉ. भूपेन हजारिका (मरणोपरांत, 2019): 
48. प्रणब मुखर्जी (2019): 
49. कर्पूरी ठाकुर (मरणोपरांत, 2024 में सम्मानित किया जाएगा): 
50. लाल कृष्ण आडवाणी (2024 में सम्मानित किया जाएगा): 
51. पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह (2024 में सम्मानित किया जाएगा): 
52.पूर्व पीएम नरसिम्हा राव (2024 में सम्मानित किया जाएगा): 
53. वैज्ञानिक एमएस स्वामिनाथन (2024 में सम्मानित किया जाएगा):