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Maa Kali Puja Niyam: क्या हैं मां काली की पूजा के नियम, इस तरह पूजा करेंगे तो हर मनोकामना होगी पूरी

Maa Kali Puja Niyam: मां काली की पूजा में स्नान, शुद्धता, और आदर्श विचारों का बहुत महत्व होता है. सुबह उठकर नियमित आयोजित पूजा अनुष्ठान से मां काली की कृपा प्राप्ति होती है.

Updated on: 04 Apr 2024, 11:25 AM

नई दिल्ली :

Maa Kali Puja Niyam: काली माता की महिमा अत्यंत पवित्र और गौरवशाली है. काली माँ हिन्दू धर्म में देवी के रूप में पूजी जाती हैं, जिनका नाम भयहारिणी है. वह शक्ति का प्रतीक हैं, जो अध्यात्मिक शक्ति, धैर्य और विजय का प्रतीक है. मां काली की पूजा मनुष्य को संकटों से मुक्ति दिलाने के लिए की जाती है और उन्हें शक्ति, साहस और सम्मान की प्राप्ति करने के लिए प्रेरित करती है. उनकी भक्ति में सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखने से वे अपने भक्तों के सभी कष्टों को हर लेती हैं और उन्हें सुख और समृद्धि की प्राप्ति कराती हैं. उनकी महिमा अपार है और उन्हें श्रद्धालु भक्तों द्वारा सदैव पूजा जाता है. काली माता की पूजा करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है.

मां काली की पूजा के नियम:

पूजा करने से पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें. पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कि फूल, फल, दीप, धूप, नैवेद्य, रोली, अक्षत, कपूर आदि तैयार करें. पूजा घर में या मंदिर में कर सकते हैं. पूजा स्थान स्वच्छ और पवित्र होना चाहिए. काली माता की पूजा किसी भी समय कर सकते हैं, लेकिन सुबह या शाम का समय सबसे उत्तम माना जाता है. पूजा के दौरान काली माता के मंत्रों का जाप करें. कुछ प्रसिद्ध मंत्र हैं:

ॐ जय जय जगदीश हरे

ॐ क्रीं काली नमः

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं लं ह्रीं फट

पूजा के अंत में काली माता की आरती करें. काली माता को भोग लगाएं. भोग में मीठे पकवान, फल और नारियल आदि लगा सकते हैं. पूजा के बाद दान करें. दान में धन, वस्त्र, भोजन आदि दान कर सकते हैं. पूजा के दौरान आपका मन शांत और एकाग्र होना चाहिए. आप पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा करें.

पूजा से पहले अपने शरीर और मन को शुद्ध करें. इसके लिए आप स्नान कर सकते हैं, ध्यान कर सकते हैं, या प्रार्थना कर सकते हैं. पूजा के दौरान सकारात्मक विचार रखें. नकारात्मक विचारों को अपने मन में न आने दें. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)