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Chaitra Masik Shivratri 2024: चैत्र में कब मनाई जाएगी मासिक शिवरात्रि, जानें सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व

Chaitra Masik Shivratri 2024: चैत्र मासिक शिवरात्रि, हिंदू धर्म में मनाई जाने वाली 12 मासिक शिवरात्रियों में से एक है. यह मासिक शिवरात्रि, भगवान शिव और देवी पार्वती की विवाह तिथि के रूप में मनाई जाती है. आइए जानते हैं तिथि ,शुभ मुहूर्त और महत्व.

Updated on: 04 Apr 2024, 06:56 PM

नई दिल्ली :

Chaitra Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस दिन माँ शक्ति की पूजा की जाती है और इसे व्रत, ध्यान और आराधना के साथ मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन देवी पार्वती ने अपने पति भगवान शिव को प्राप्त किया था. यह त्योहार नारी शक्ति की पूजा करने का अवसर प्रदान करता है और धार्मिक और सामाजिक सामूहिकता को बढ़ावा देता है. इस दिन लोग देवी पार्वती और भगवान शिव की कथाओं को सुनते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और शिवलिंग पर जल अर्पण करते हैं. इस दिन भगवान शिव का विवाहोत्सव भी मनाया जाता है, जिसमें विवाहित जोड़े देवी पार्वती और भगवान शिव की पूजा करते हैं और उन्हें शुभकामनाएं देते हैं.

अप्रैल 2024 में मासिक शिवरात्रि 7 अप्रैल को है. यह चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है.  

तिथि: 7 अप्रैल 2024

दिन: शनिवार

नक्षत्र: चित्रा

योग: सिद्धि

शुभ मुहूर्त:

अभिजीत मुहूर्त: 12:02 PM - 12:52 PM (IST)

विजय मुहूर्त: 2:24 PM - 3:14 PM (IST)

व्रत का समय: 7 अप्रैल को सूर्योदय से 8 अप्रैल को सूर्योदय तक

मासिक शिवरात्रि का महत्व: मासिक शिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण त्योहार है. इस दिन, भक्त उपवास करते हैं, पूजा करते हैं और भगवान शिव की आराधना करते हैं. माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यह दिन पापों से मुक्ति और आध्यात्मिक उन्नति का भी प्रतीक है. 

मासिक शिवरात्रि के दिन उपवास रखना बहुत ही शुभ माना जाता है. भक्त घरों में या मंदिरों में भगवान शिव की पूजा करते हैं. रुद्राभिषेक एक विशेष पूजा है जो भगवान शिव को समर्पित है. भक्त "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करते हैं. भक्त शिवरात्रि की कथा सुनते हैं. मासिक शिवरात्रि भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. यह दिन आध्यात्मिक उन्नति और पापों से मुक्ति का भी प्रतीक है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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