Oldest lawyer: सबसे उम्रदराज वकील, 98 की उम्र में कर रहे वकालत, बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
करियर को 73 साल और 60 दिन हो चुके हैं पूरे, वे पेशे से एक वकील हैं. उन्होंने जिब्राल्टर सरकार के वकील लुईस ट्राय के 70 साल और 311 दिनों के रिकॉर्ड को पछाड़ दिया है.
नई दिल्ली:
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर और सबसे लंबे समय तक वकालत करने वाले वकील पी बालासुब्रमण्यन मेनन 98 वर्ष के हो चुके हैं. लेकिन आज भी उन्होंने वकालत नहीं छोड़ी है. उनका कहना है कि वह अभी रिटायरमेंट के बारे नहीं सोच रहे हैं. जब उनसे रिटायरमेंट को लेकर पूछा गया तो एडवोकेट पी बालासुब्रमण्यम मेनन ने कहा कि जितना हो सके, उतना काम करता रहूंगा. मैं 98 साल का हो गया हूं. मगर वे रिटायरमेंट को लेकर कुछ भी सोच रहे हैं. आज भी वे काम करते हैं और अपनी आजीविका का अर्जन करता हूं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पी बालासुब्रमण्यम मेनन ने हाल में विश्व के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले वकील के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया है. उनकी उम्र 98 साल हो चुकी है. उनका करियर 73 साल और 60 दिन का हो चुका है. वे पेशे से एक वकील हैं. उन्होंने जिब्राल्टर सरकार के वकील लुईस ट्राय के 70 साल और 311 दिनों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया.
ये भी पढ़ें: Alyssa Healy: विराट कोहली की फैन बनी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर की वाइफ, कहा- मैं लकी हूं जो ये देख पाई
पी बालासुब्रमण्यम मेनन के अनुसार, मैंने सपने में भी ये कभी नहीं सोचा कि उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा. मेनन का कहना है कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1950 में की थी. साल 1952 से सिविल लॉ में विशेषज्ञता को हासिल किया. मेनन ने भले ही वकालत में 73 वर्ष से ज्यादा का समय पूरा किया हो, मगर यह पेशा उनकी हमेशा से पंसद रहा है. उन्होंने भाई—बहनों के साथ इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई की. बाद में माता-पिता के कहने पर उन्होंने कानून को अपना करियर चुना. यह सपना उनका लॉ कॉलेज में दाखिला के साथ पूरा हुआ.
मेनन ने शुरुआत में अपना करियर मद्रास हाईकोर्ट में एडवोकेट जनरल यानी महाधिवक्ता के जूनियर के रूप में आरंभ किया. यहां पर दो साल बिताए. फिर वे अपने माता-पिता के आग्रह पर पलक्कड़ में आ गए. शुरूआत में उनकी कानून में रुचि नहीं थी. इसके बावजूद उन्होंने मुख्य रूप से आपराधिक अदालतों में हिस्सा लिया. कोच्चि में एक मामले को लेकर पीठासीन न्यायाधीश उनके तर्क से बेहद प्रभावित हुए. उन्हें नागरिक कानून में विशेषज्ञता हासिल की. मेनन की जिंदगी यहां से पूरी तरह बदल गई.
Don't Miss
वीडियो
-
USA का SM-3 इंटरसेप्टर कितना खतरनाक ? ईरानी बैलिस्टिक मिसाइक को किया था पहले हमले में राख
-
ईस्ट मेदिनीपुर में भिड़े BJP-TMC कार्यकर्ता, बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय के नॉमिनेशन में बवाल
-
Election Superfast: लोकसभा चुनाव से जुड़ी हर खबर देखें वो भी फटाफट अंदाज में इलेक्शन सुपरफास्ट के इस बुलेटिन में
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Kya Kehta Hai Hinduism: हिंदू धर्म में क्या है मुस्लिमों का स्थान, सदियों पुराना है ये इतिहास
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पारण, जानें व्रत खोलने का सही तरीक
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी पर अपनी राशि के अनुसार जपें मंत्र, धन वृद्धि के बनेंगे योग