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IT जॉब छोड़ पाले गधे, आज लाखों कमा रहा है शख्स! कहानी कर देगी हैरान

Man Quits Job for Donkey Farming: एक पढ़ा लिखा और आईटी जॉब करने वाला शख्स जब नौकरी छोड़ गधे पालने के विकल्प पर आ जाए तो एक पल के लिए आपको भी मामला समझ से परे लगेगा. दरअसल ये कहानी कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा (Srinivas Gowda) की है.

Updated on: 14 Jun 2022, 09:29 AM

highlights

  • भारत में डंकी फार्मिंग कर कमा रहे हैं लाखों
  • 2020 में आईटी जॉब को छोड़ पाले थे गधे
  • गधे की दूध के लिए मिलने लगे अब बड़े ऑर्डर

नई दिल्ली:

Man Quits Job for Donkey Farming: अक्सर हम ताना देते हुए बोल देते हैं क्या गधे की तरह सारा दिन बैठे हुए हो यानि निठल्ला, नकारा और बेवकूफ बने रहना. गधा जिसे किसी काम का जानवर नहीं समझा जाता है. उसी गधे को पाल कर आज एक शख्स लाखों की कमाई करने वाला बन गया है. हैरत की बात तो यह कि शख्स ने गधे पालने के लिए अपनी आईटी जॉब को ठुकरा दिया. एक पढ़ा लिखा और आईटी जॉब करने वाला शख्स जब नौकरी छोड़ गधे पालने के विकल्प पर आ जाए तो एक पल के लिए आपको भी मामला समझ से परे लगेगा. दरअसल ये कहानी कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा (Srinivas Gowda) की है. जिन्होंने डंकी फार्मिंग से लाखों कमाना शुरू कर दिया है. 

दांतो तले उंगली दबा रहे हैं लोग
डंकी फार्मिंग के इस कॉन्सेप्ट को अपनी आजीविका का साधन बनाने वाले कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा (Srinivas Gowda) देश में दूसरे व्यक्ति हैं. इससे पहले भारत में डंकी फार्मिगं केरल के एर्नाकुलम ज़िले में शुरू हुई थी. श्रीनिवास गौड़ा (Srinivas Gowda) एक पढ़े- लिखे और आईटी जॉब करने वाले शख्स हैं. जिन्होंने साल 2020 में अपनी नौकरी छोड़ करीब 2.3 एकड़ के प्लॉट में गधे पालने शुरू किए. इस फार्म में दूसरे जानवरों के साथ 20 गधों को भी लाया गया था.

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गधे के दूध से लाखों की कमाई
हम गधे को किसी काम का ना समझ कर उसे दुतकारते हैं वहीं श्रीनिवास गौड़ा बताते हैं कि गधे का दुध स्वादिष्ट, महंगा और औषधीय गुणों से भरपूर होता है. कीमत की बात करें तो 30 मिलिलीटर गधे का दूध 150 रुपये से कम में नहीं बिकता. वहीं इसका इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने में भी होता है. मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि श्रीनिवास गौड़ा (Srinivas Gowda) को गधे के दूध के लिए अब तक 17 लाख रुपये के ऑर्डर आ भी चुके हैं. भविष्य को लेकर उनकी योजना है कि वे दूध के पैकेट्स बनाकर मॉल्स, दुकानों और सुपरमार्केट में सप्लाई करेंगे.