'भारत' और 'इंडिया' के नाम पर हुआ बवाल, क्या देश के इन नामों के बारे में सुना है?
राष्ट्रपति का निमंत्रण पत्र वायरल हो गया है. इसके बाद से हंगामा मच गया है कि देश का नाम क्या होना चाहिए.
highlights
- देश को इंडिया की जगह भारत कहना चाहिए
- 'भारत' और 'इंडिया' नाम कैसे अस्तित्व में आए
- इसके पीछे के मुख्य कारण अंग्रेज थे
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति का इनविटेशन लेटर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है. पत्र के वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, राष्ट्रपति के इनविटेशन लेटर के ऊपर लिखा है, 'द प्रेसिडेंट ऑफ भारत '. आपको बता दें कि देश का नाम इंडिया रखा जाए या भारत, इस पर हंगामा मचा हुआ है. हालांकि, देश के नाम को लेकर पहले भी कई बार आवाज उठ चुकी है कि आखिर 'इंडिया' अंग्रेजों का दिया हुआ नाम है तो ये नाम क्यों होना चाहिए?
कुछ समय पहले मोहन भागवत ने एक बार कहा था कि लोगों को देश को इंडिया की जगह भारत कहना चाहिए. अगर इतिहास के पन्ने पलटें तो देश के कई नाम हैं. जैसे हिंदुस्तान, भारत, आर्यावर्त और जम्बूद्वीप. ऐसे में आपने भारत और हिंदुस्तान का नाम काफी सुना होगा लेकिन क्या आपने सोचा है कि इनके नाम कैसे पड़ें तो चलिए आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि आखिर कैसे भारत और इंडिया नाम पड़ा.
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जम्बूद्वीप और आर्यावर्त कैसे नाम पड़ा?
सबसे पहले हम जानते हैं कि जम्बूद्वीप का मतलब क्या है? जम्बू और द्वीप दो शब्द हैं. जम्बू का अर्थ है जामुन. द्वीप का अर्थ है स्थान. धार्मिक दृष्टि से देखें तो विष्णु पुराण के अध्याय 2 में बताया गया है कि जम्बू के पेड़ पर हाथी जितने बड़े फल लगते हैं और जब वे पक जाते हैं तो उनका रस पहाड़ियों पर गिरता है और उन रसों से एक नदी बन जाती है. इसी नदी के किनारे बसे क्षेत्र को जम्बूद्वीप कहा गया. आपको बता दें कि देश का पुराना नाम भी आर्यावर्त था. ऐसा माना जाता है कि पहले यहां कोई इंसान नहीं रहता था, इसलिए आर्यों ने इस जगह पर लोगों को बसाया और तभी से इस जगह का नाम आर्यावर्त पड़ गया.
देश का नाम भारत क्यों पड़ा?
अब जिस नाम को लेकर बवाल मचा हुआ है. आइए जानते हैं उस नाम के बारे में कि 'भारत' और 'इंडिया' नाम कैसे अस्तित्व में आए. किसी समय देश पर भरत राजवंश का शासन हुआ करता था इतिहासकारों का मानना है कि भारत का नाम भरत वंश के नाम पर रखा गया था. महाराजा दुष्यन्त और रानी शकुन्तला के पुत्र राजा भरत को भारत का प्रथम राजा माना जाता है, जिसके कारण इस देश का नाम भारत पड़ा.
आखिर हिंदुस्तान का नाम इंडिया क्यों पड़ा?
हिंदुस्तान के बाद देश को इंडिया के नाम से जाना जाने लगा. इसके पीछे के मुख्य कारण अंग्रेज थे. जब अंग्रेज भारत आए तो उन्होंने सबसे पहले ईस्ट इंडिया कंपनी बनाई. इसके बाद अंग्रेजों ने धीरे-धीरे भारत का शासन अपने हाथ में ले लिया. अंग्रेजों को हिंदुस्तान बोलना अटपटा लगता था इसलिए उन्होंने अपनी सुविधा के अनुसार हिंदुस्तान का नाम बदलकर इंडिया कर दिया और तभी से भारत को इंडिया के नाम से जाना जाने लगा.
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