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जिश्नू प्रनॉय आत्महत्या मामला : धरने पर बैठी माँ को पुलिस ने सड़क पर घसीटा, हालत गंभीर

केरल के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में जिश्नू प्रनॉय की आत्महत्या के केस मे करवाई की माँग कर रहे माता-पिता पर आज पुलिस की बदसलूकी का मामला सामने आया है।

Updated on: 05 Apr 2017, 05:03 PM

नई दिल्ली:

केरल के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में जिश्नू प्रनॉय की आत्महत्या के केस मे करवाई की माँग कर रहे माता-पिता पर आज पुलिस की बदसलूकी का मामला सामने आया है। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस और भाजपा ने तिरुवनंतपुरम में हड़ताल का एलान किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, जिश्नू की मां माहिजा को अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था और पुलिस के द्वारा बदसलूकी के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि नेहरू कॉलेज में पढ़ने वाले इंजीनियरिंग छात्र जिश्नू को 6 जनवरी को उसके ही छात्रावास के कमरे में पंखे से लटके हुए पाया गया था जिसे पुलिस ने बाद मे आत्महत्या का मामला बताया।

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जिश्नू के माता पिता ने पुलिस पर सही से जाँच न करने का आरोप लगाते हुए DGP ऑफिस के सामने आमरण अनशन करना शुरू कर दिया था। पुलिस प्रशासन ने हड़ताल रोकने के लिए करवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया, पर जब जिश्नू के माता-पिता ने हटने से माना कर दिया तो उन्हे घसीटते हुए वहाँ से हटा दिया गया।

डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने अस्पताल का दौरा किया और महिजा के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की। मुलाक़ात के बाद डीजीपी लोकनाथ ने कहा "इस घटना को नहीं होना चाहिए था, इसकी जांच होगी और मैं रिपोर्ट प्राप्त किए बिना इस घटना पर टिप्पणी नहीं कर सकता। मैं एक लॉ एन्फोर्स्मेंट अधिकारी हूं, मैंने आईजीपी को पूछताछ करने और शाम तक रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।"

विपक्ष नेता चेन्निथला ने कहा कि मुख्यमंत्री पिनरयी विजयन को इस मामले मे हस्तक्षेप करना चाहिए और दोषी अधिकारियों को उनके किए की सज़ा मिलनी चाहिए। पुलिस कार्रवाई को 'शर्मनाक' बताते हुए, चेन्थाला ने पुलिस द्वारा जिश्नू के माता-पिता की गिरफ्तारी को निंदनीय बताया।