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पाकिस्तान की कार्रवाई का जवाब देना इंडियन आर्मी का हक़: डीजीएमओ

बार-बार सीज़फायर उल्लंघन करने पर भारत ने शुक्रवार को कड़ा ऐतराज़ व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के पास भी जवाब देने का माकूल अधिकार है।

Updated on: 22 Sep 2017, 08:24 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के बार-बार सीज़फायर उल्लंघन करने पर भारत ने शुक्रवार को कड़ा ऐतराज़ व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के पास भी जवाब देने का माकूल अधिकार है।

शुक्रवार को भारतीय थलसेना ने पाकिस्तान से दो टूक कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी फायरिंग के कारण अपने सैनिकों को होने वाले नुकसान की किसी भी घटना पर 'माकूल जवाबी कार्रवाई' करने का अधिकार रखती है ।

भारतीय थलसेना के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को बताया कि पाकिस्तानी अग्रिम चौकियों के 'सक्रिय समर्थन' से सीमा पार से होने वाली घुसपैठ का चलन जारी है, जिससे सीमाई इलाकों में अमन-चैन प्रभावित हो रहा है ।

डीजीएमओ ने कहा कि भारतीय थलसेना नियंत्रण रेखा के पास अमन-चैन कायम रखना चाहेगी, बशर्ते पाकिस्तान का रुख भी ऐसा ही हो ।

थलसेना ने बताया, 'लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने दोहराया कि भारतीय थलसेना एक पेशेवर थलसेना है और भारतीय सैनिकों की जिंदगी को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी घटना पर उसे माकूल जवाबी कार्रवाई का अधिकार है ।'

भट्ट ने पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को यह भी बताया कि सीमा पार से होने वाली घुसपैठ से जम्मू-कश्मीर के आंतरिक सुरक्षा हालात पर असर पड़ रहा है और पाकिस्तानी थलसेना के जवानों के 'समर्थन' से सीमा पार से भारतीय सैनिकों को लगातार निशाना बनाए जाने से यह साफ है ।

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टेलीफोन पर इस बातचीत की पहल मेजर जनरल मिर्जा ने की । इस बातचीत के दौरान मिर्जा ने दावा किया कि भारतीय थलसेना जम्मू सेक्टर में पाकिस्तानी नागरिकों को निशाना बना रही है ।

जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है और भारतीय थलसेना पाकिस्तान के कदमों का प्रभावी तरीके से जवाब दे रही है ।

थलसेना ने कहा, 'भारतीय डीजीएमओ ने अपने जवाब में इस बात पर जोर दिया कि जम्मू सेक्टर में संघर्षविराम उल्लंघन की सभी घटनाएं पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ से शुरू की गई और वहां तैनात बीएसएफ के जवानों ने सिर्फ उनका उचित जवाब दिया।'

अपने बयान में थलसेना ने कहा, 'इस बात पर भी जोर दिया गया कि भारतीय सैनिकों की ओर से आम लोगों को निशाना बनाकर कोई फायरिंग नहीं की गई । इसके अलावा, ऐसे हथियारबंद घुसपैठियों पर बीएसएफ जवानों की ओर से फायरिंग की गई जो अमृतसर सीमा के पास पाकिस्तानी चौकियों के करीब से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे ।' 

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