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G20 Summit: दुनिया में भारत का बजा डंका, रूस-जापान समेत इन देशों ने मोदी की तारीफ में क्या कहा?

G20 Summit 2023 India : देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन का आज समापन हो गया है. जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता पर पूरी दुनिया ने भारत की जमकर तारीफ की है.

Updated on: 10 Sep 2023, 06:14 PM

नई दिल्ली:

G20 Summit 2023 India : भारत में दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन रविवार को संपन्न हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद जी-20 समिट के समापन की घोषणा की. देश की राजधानी दिल्ली में 9-10 सितंबर को G20 शिखर सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें हिस्सा लेने के लिए दुनियाभर के शीर्ष नेताओं का भारत में जमावड़ा रहा. पूरी दुनिया ने भारत के जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की सराहना की है. आइये जानते हैं कि किन नेताओं ने मोदी की तारीफ में क्या कहा है?

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जानें तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने क्या कहा?

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन ने कहा कि मैं जी-20 की बेहद सफल अध्यक्षता के लिए भारत को धन्यवाद देता हूं. मुझे, मेरी पत्नी और पूरा तुर्की प्रतिनिधिमंडल की मेहमाननवाजी के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं. जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र में हमने उन पर्यावरणीय चुनौतियों के बारे में बात की, जिनका सामना हमारा ग्रह वर्तमान में कर रहा है. जलवायु परिवर्तन, जैविक विविधता को नुकसान और व्यापक प्रदूषण का आयाम चुनौतियों की एक तिकड़ी है जिसे हम अब और भी अधिक गंभीरता से महसूस कर सकते हैं.

जानें पीएम मोदी-जस्टिन ट्रूडो के बीच क्या हुई वार्ता

पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की. इसके बाद कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडा हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंतरात्मा की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा और यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही समय आ गया है कि हम हिंसा को रोकने और नफरत को पीछे धकेलने के लिए हमेशा मौजूद रहें. मुझे लगता है कि इस समुदाय के मुद्दे पर, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं. इसका दूसरा पहलू यह है कि हमने कानून के शासन का सम्मान करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला और हमने विदेशी हस्तक्षेप के बारे में भी बात की.

जानें रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने क्या कहा?

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि आज के सत्र का समापन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह नवंबर के अंत में G20 का एक और वर्चुअल सेशन बुलाएंगे. यह हमारे लिए उन समझौतों के कार्यान्वयन की समीक्षा करने का एक और अवसर होगा, जिन पर हम आज पहुंचे हैं. उन्होंने आगे कहा कि अभी एक लंबा सफर तय करना है, लेकिन यह शिखर सम्मेलन एक मील का पत्थर रहा है. मैं भारतीय अध्यक्षता की सक्रिय भूमिका का भी उल्लेख करना चाहूंगा, जिसने इतिहास में पहली बार वास्तव में ग्लोबल साउथ से जी 20 देशों को एकजुट किया है.

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने आगे कहा कि पश्चिम ने भी बहुत पहले जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक परिणामों का मुकाबला करने के लिए अर्थशास्त्रियों को तैयार करने के लिए प्रति वर्ष 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर देने का वादा किया था, लेकिन उस पर कुछ भी नहीं किया गया है. घोषणा में उन कार्यों का भी उल्लेख है जिन्हें वैश्विक अर्थव्यवस्था में हितों का संतुलन सुनिश्चित करने के लिए लंबे समय से किए गए वादों के अनुसार करने की आवश्यकता है.

जापान के प्रधानमंत्री ने भारत की प्रशंसा की

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि पिछले 5 दिनों के दौरान मैंने जकार्ता में आसियान-संबंधित शिखर सम्मेलन और नई दिल्ली में जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया. मैं शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में उत्कृष्ट नेतृत्व करने के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो और भारत के प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपना गहरा सम्मान और सराहना व्यक्त करता हूं.

फुमियो किशिदा ने आगे कहा कि इस वर्ष के अध्यक्ष के रूप में भारत के नेतृत्व में हम जी 20 नेताओं की घोषणा पर सहमत होने में सक्षम थे, जो वास्तव में एक सार्थक उपलब्धि है. जापान जी 7 के नतीजों को जी 20 तक पहुंचाने के इरादे से बातचीत में लगा हुआ है और हम हिरोशिमा शिखर सम्मेलन में पुष्टि किए गए बिंदुओं को जी 20 को सौंपने में सक्षम थे. मैं जी 7 और जी 20 द्वारा दिए गए परिणामों का पालन करने के लिए अन्य नेताओं के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं.

जापान के प्रधानमंत्री ने कहा कि यूक्रेन पर रूस की आक्रामकता पर जापान ने पूरी बैठकों में रूसी सैनिकों की तत्काल वापसी पर जोर दिया है. हमने अपनी स्थिति को रेखांकित किया कि रूस की परमाणु धमकी तो दूर, परमाणु हथियारों का उपयोग भी बिल्कुल अस्वीकार्य है. मैंने संघर्ष के तहत कमजोर आबादी को वैश्विक समुदाय से सहायता के महत्व पर भी प्रकाश डाला है.

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जानें गिल्बर्ट एफ होंगबो का क्या रहा बयान?

जी-20 डिक्लेरेशन पर आम सहमति पर अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के महानिदेशक गिल्बर्ट एफ होंगबो ने कहा कि मैं इस डिक्लेरेशन के लिए भारत की अध्यक्षता को बधाई देना चाहता हूं. वार्ता आसान नहीं है लेकिन मुझे खुशी है कि इस पर आम सहमति बनी, जो एक सकारात्मक विकास है. न केवल 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' बल्कि हम एक ऐसे भविष्य की तरफ बढ़ रहे हैं जहां हम अर्थव्यवस्था और जीवन की प्रौद्योगिकी और AI पर ज्यादा निर्भरता की ओर ले जा रहे हैं. ऐसे में यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि हम यह वास्तव में मानव केंद्रित हो.