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असम: NRC से एक लाख लोग हुए बाहर, कर सकते हैं नागरिकता का दावा

इससे पहले 30 जुलाई 2018 में जो लि स्ट जारी की गई थी उनमें इन लोगों के नाम एनआरसी में शामिल थे क्योंकि वो उस वक्त अपनी नागरिकता का सबूत नहीं दे पाए थे

Updated on: 26 Jun 2019, 02:13 PM

नई दिल्ली:

असम के नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC)को लेकर एक नई लिस्ट जारी की गई है जिसमें एक लाख लोगों को एनआरसी से बाहर कर दिया गया है. इस लिस्ट में जिन लोगों के नाम है अब वो अपनी नागरिकता साबित करने के लिए दावे दाखिल कर सकते हैं. ये लिस्ट बुधवार को जारी की गई. इस लिस्ट को एनआरसी की वेबसाइट पर देखा जा सकता है. इससे  पहले 30 जुलाई 2018 में जो लि स्ट जारी की गई थी उनमें इन लोगों के नाम एनआरसी में शामिल थे क्योंकि वो उस वक्त अपनी नागरिकता का सबूत नहीं दे पाए थे. ऐसे में अब इस नई लिस्ट में जिन 1 लाख लोगों को छूट मिली हैं वो एक बार फिर अपनी नागरिकता का दावा कर सकते हैं.

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ऐसे दी जाएगी जानकारी

इस लिस्ट से जिन लोगों के नाम है उन्हें लेटर ऑफ इन्फॉर्मेशन के जरिए सूचित किया जाएगा. ये  पत्र उनके पते पर भेजा जाएगा. इस पत्र में उन्हें ये भी बताया जाएगा कि उन्हें एनआरसी से क्यों बाहर रखा जाएगा और ये भी कि वो अब डिस्पोजिंग ऑफिसर के सामने अपनी नागरिकता का दावा पेश कर सकते हैं. बता दें, एनआरसी की आखिरी लिस्ट 31 जुलाई तक जारी होनी है. इससे पहले 30 जुलाई 2018 को जो लिस्ट जारी की गई थी उसमें 3.29 करोड़ लोगों में से 40 लाख लोगों को एनआरसी से बाहर रखा गया था जबिक 2.89 करोड़ लोगों को इसमें शामिल किया गया था.

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क्या है NRC?

एनआरसी से पता चलता है कि कौन भारतीय नागरिक है और कौन नहीं. जिनके नाम इसमें शामिल नहीं होते हैं, उन्हें अवैध नागरिक माना जाता है. इसके हिसाब से 25 मार्च, 1971 से पहले असम में रह रहे लोगों को भारतीय नागरिक माना गया है.

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