दिल्ली हिंसा के बाद किसान आंदोलन पर सरकार तैयार कर रही ये मास्टर प्लान
सरकार एक बार फिर किसान आंदोलन पर बातचीत करने के लिए तो तैयार हो सकती है लेकिन अब वो बिल वापस ले दिल्ली हिंसा को देखते हुए लग रहा है कि ऐसा शायद ही हो सके.
नई दिल्ली:
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा पर केंद्र सरकार सख्त हुई है. गणतंत्र दिवस को हुई इस हिंसा पर गृह मंत्रालय एक्शन मोड में आ चुका है. गृहमंत्री अमित शाह ने घटना के अगले दिन बुधवार को एक बार फिर उच्चस्तरीय बैठक लेकर राजधानी में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और दिल्ली के संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए, और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ तेज गति से एक्शन लेने को कहा. सरकार एक बार फिर किसान आंदोलन पर बातचीत करने के लिए तो तैयार हो सकती है लेकिन अब वो बिल वापस ले दिल्ली हिंसा को देखते हुए लग रहा है कि ऐसा शायद ही हो सके.
गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बुधवार को दोपहर एक बजे से शुरू हुई उच्चस्तरीय बैठक एक घंटे से ज्यादा समय तक चली. जिसमें गृहमंत्रालय के आला अफसरों के अलावा इंटेलीजेंस ब्यूरो(आईबी) के निदेशक भी शामिल हुए. इस बैठक में आला अफसरों ने गणतंत्र दिवस पर हिंसा होने से लेकर अब तक हुई कार्रवाई का ब्यौरा गृहमंत्री के सामने पेश किया. अफसरों ने आंदोलनकारी किसानों पर परेड के लिए निर्धारित रूट की शर्तो का उल्लंघन करने का आरोप लगाया.
यह भी पढ़ेंःलालकिला हिंसा पर बोले गृह मंत्री अमित शाह, उपद्रवियों की जल्द पहचान हो
प्रकाश जावडे़कर ने कहा अभी भी दरवाजे खुले हैं
वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली में हुई इस हिंसा के पीछे कांग्रेस और वामपंथियों का हाथ बताया. उन्होंने किसानों के मुद्दे को हल करने के लिए सरकार के प्रयासों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने 10वें दौर की वार्ता पूरी कर ली है, एक या डेढ़ साल के लिए कानून को रोकने और स्थगित करने पर भी तत्परता दिखाई है. हर बिंदु पर चर्चा कर ये दिखाए कि इन कानूनों के माध्यम से किसके अधिकार का उल्लंघन किया गया है.
यह भी पढ़ेंःदिल्लीः 26 जनवरी की हिंसा में उपद्रवियों तोड़ीं कई बसें, DTC बोली हुआ इतना नुकसान
किसानों के बिना देश का विकास असंभव हैः पीयूष गोयल
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के एक कार्यक्रम में केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि किसानों के बगैर भारत का विकास असंभव है. पीयूष गोयल केंद्र सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग के साथ-साथ उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री भी हैं. गोयल ने कहा कि सरकार ने कृषि क्षेत्र की प्रगति और किसानों की आय दोगुनी करने को प्राथमिकता दी है, जिसमें आईसीएआर की अहम भूमिका होगी. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में आईसीएआर की भूमिका महत्वपूर्ण है. गोयल ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान के साथ जय अनुसंधान को भी जोड़ा है. उन्होंने फल-फूलों का आयात कम करते हुए अपने देश में ही इनका उच्च कोटि का उत्पादन बढ़ाने के लिए आईसीएआर को अनुसंधान व विश्लेषण करने का सुझाव दिया.
यह भी पढ़ेंःअसम में बीजेपी ने छोड़ा बीपीएफ का साथ, अब इस पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी
दिल्ली हिंसा पर एक्शन मोड में गृहमंत्री अमित शाह
26 जनवरी को दिल्ली के लालकिला में हुई हिंसा और उपद्रव करने वालों की अब खैर नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अब दिल्ली हिंसा के आरोपियों के खिलाफ ऐक्शन मोड में आ चुके हैं. गृहमंत्री ने गणतंत्र दिवस को राजधानी दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में शामिल लोगों की जल्द से जल्द पहचान करने का आदेश दिया है. अमित शाह ने हिंसा की घटना के दूसरे दिन बुधवार को दिल्ली के ताजा हालात की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की जिसमें उन्होंने दिल्ली पुलिस से कहा कि हिंसा एवं देशविरोधी गतिविधियों में शामिल एक भी व्यक्ति कानून की पकड़ से छूटना नहीं चाहिए.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Kya Kehta Hai Hinduism: हिंदू धर्म में क्या है मुस्लिमों का स्थान, सदियों पुराना है ये इतिहास
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पारण, जानें व्रत खोलने का सही तरीक
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी पर अपनी राशि के अनुसार जपें मंत्र, धन वृद्धि के बनेंगे योग